छोटी-छोटी युक्तियां, डेंगू से मुक्ति दिला सकती हैं : सन्दीप कुमार।

Khoji NCR
2021-10-23 11:45:13

भैरों की शेर कालका व ग्रीन वैली घाटीवाला मे की फॉगिंग, 189 घरों में चेकिंग करने पर 8 घरों में मिला डेंगू लारवा। खोजी/सुभाष कोहली कालका। सिविल सर्जन पंचकुला डा.मुक्ता द्वारा फॉगिंग के अग्रिम शेड

यूल के तहत उपमंडल हस्पताल कालका सीनियर मेडिकल अधिकारी डा. रूपिंदर सिंह सैनी के दिशा निर्देश व स्वास्थ्य निरीक्षक सन्दीप कुमार के निरीक्षण मे सामूहिक रूप से नगर पालिका कालका के सहयोग से भैरों की शेर और ग्रीन वैली घाटीवाला में डेंगू के बचाव एवम उपायों हेतु विशेष अभियान के तहत, टीमों द्वारा घरों में जा कर कूलर, टैंकी, गमले, टायर, पानी की होदी आदि की चैकिंग की जा रही है और घरों के अंदर तक फॉगिंग की जा रही है। फॉगिंग नगर पालिका के सेनिटरी निरीक्षक अनिल कुमार की टीम घर-घर जाकर शेड्यूल के अनुसार अपने कर्तव्य को अंजाम दे रही है। स्वास्थ्य निरीक्षक सन्दीप कुमार के निरीक्षण में टीमों द्वारा 189 घरों में डेंगू के बचाव के लिए सोर्स रिडक्शन एक्टिविटीज के तहत 8 घरों में डेंगू का लारवा मिला। सभी घरों में विभाग की और से नोटिस दिए गए। कालका अस्पताल के क्षेत्र के अधीन अब तक 9 डेंगू केस पाए गए हैं। इसी प्रकार का अग्रिम फॉगिंग व सोर्स रिडक्शन विशेष अभियान के साथ हर घर में अग्रिम फॉगिंग कर डेंगू होने से पहले बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। लेकिन आमजन की भी जिम्मेदारी अति आवश्यक है। आमजन छोटी-छोटी युक्तियां/तरीके अपना कर डेंगू और चिकनगुनिया से अपना बचाव कर सकते हैं। जैसे कि अपने घर के आस पास खाली पड़े गढ़ों को मिट्टी से भरवां दें। कूलर, होदी या अन्य बर्तन को हफ्ते में एक दिन खाली कर कपड़े से रगड़ कर साफ करके दुबारा प्रयोग करें। शरीर को ढक कर रखे। मच्छर रोधी करीम का उपयोग करें। मच्छर दानी का प्रयोग करें। पूरी बाजू के वस्त्र डालें, छतों पर रखी पानी की टंकियों को ढक्कन लगा कर अच्छे से बंद रखें। बुखार आने पर शीघ्र नजदीकी हस्पताल के डाक्टर की सलाह जरूर लें। मर्जी से एसप्रीन, ब्रूफीन जैसी दवाई सेवन ना करें। पुराने सामान जैसे टायर, ट्यूब, खाली डिब्बे, पॉलिथीन के लिफाफे खुले में ना फैंके ताकि बारिश का पानी उनमें इक्क्ठा न हो सके। हैंड पम्प व नलके आसपास पानी जमा ना होने दें। डेंगू के लक्षणों को भी पहचानें ताकि समय पर इलाज लिया जा सके। जैसे अचानक तेज बुखार का आना, अचानक तेज सिर दर्द, मासपेशियों जोड़ों में दर्द शुरू होना, आखों के पिछले भाग में दर्द होना जो कि आंखे घूमने से बढ़ता जाता है। आमजन को इनके प्रति सचेत होना बहुत ही जरूरी है तभी खुद को डेंगू की चपेट में आने से बचाया जा सकता है। विभाग भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सितम्बर महीने से हाई रिस्क एरिया खेड़ा सीता राम, प्रेड मौहल्ला, टिब्बी मौहल्ला, भैरो की सैर, अपर मौहल्ला, कुराड़ी मौहल्ला, हाऊसिंग बोर्ड, रेलवे कालोनी, बसंत विहार, शर्मा कालोनी में लगातार चलाया जा रहा है। डेंगू से बचाव और उपायों के लिए जगह-जगह पर हेल्थ टाक्स दी जा रही हैं। लोगों को फॉगिंग अपने घरों के अंदर करवाने के लिए मोटिवेट टीम कर रही है। निरीक्षक ने आमजन से अपील की है कि आओ मिल कर डेंगू को रोकें। डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी को दूर रखना हैं तो हम सबको अपनी जिम्मेदारी भी निभानी पड़ेगी। अक्टूबर नवम्बर महीने में डेंगू का पीक सीजन होता है। डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर हमेशा दिन में ही काटता है और रुके हुए खड़े हुए साफ पानी में ही पैदा होता है।

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