पुरुषों को भी हो सकता है यूरिन इंफेक्शन, इन लक्षणों को न करें नज़रअंदाज़!

Khoji NCR
2021-07-13 08:23:55

नई दिल्ली, । Urine Infection In Men: यूरिन इंफेक्शन आमतौर पर महिलाओं में ज़्यादा देखा जाता है। यह इंफेक्शन पब्लिक टॉयलेट के इस्तेमाल, प्राइवेट पार्ट की सफाई पर ध्यान न देने और अनसेफ यौन संबंध बनाने की वजह स

होता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि महिलाएं ही इन इंफेक्शन की चपेट में आती हैं, पुरुषों में भी यूरिन इंफेक्शन देखा जाता है। आइए जानें पुरुषों में यूरिन इंफेक्‍शन होने के क्या कारण होते हैं? डॉ. नीरज शर्मा, ( कंसल्टेंट-यूरोलॉजी, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, गुरुग्राम) का कहना है कि मूत्र पर नियंत्रण न रख पाना, बांझपन और यूरिनरी इंफेक्शन जैसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) जैसी समस्याएं सिर्फ महिलाओं से जुड़ी नहीं होती हैं, बल्कि इससे पुरुष भी प्रभावित होते हैं। ये समस्याएं शर्मिंदगी का कारण बन सकती हैं, और पुरुषों में आत्म-सम्मान, आत्मविश्वास और जीवन की गुणवत्ता को भी कम कर सकती हैं। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि पुरुषों को समस्या होने पर जल्द से जल्द यूरोलॉजिस्ट (मूत्र रोग विशेषज्ञ) से चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए ताकि आगे की कॉम्प्लिकेशन से बचा जा सके।" यूरिन इंफेक्शन की वजह क्या है? आमतौर पर महिलाओं को ही इस संक्रमण का सामना करना पड़ता है, क्‍योंकि उनमें बैक्‍टीरिया के प्रवेश की संभावना ज़्यादा होती है। हालांकि, यह समस्या पुरुषों को भी होती है। शारीरिक संरचना की वजह से स्त्रियों को यह समस्या आसानी से हो जाती है। एनस और यूरेथ्रा के करीब होने की वजह से स्टूल जैसी गंदगी का कुछ हिस्सा यूरिनरी सिस्टम में चला जाए, तो वहां इंफेक्शन पैदा हो जाता है। पुरुषों में क्यों हो जाता है यूरिन इंफेक्‍शन? साफ सफाई का अभाव और किडनी स्टोन, पुरुषों में भी यूटीआई का ख़तरा बढ़ने का कारण बनता है। इसके अलावा डायबिटीज़ भी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को जन्म देने का काम करती है। घर का हो या फिर पब्लिक टॉयलेट, अगर इसकी समय पर साफ-सफाई नहीं होती, तो इससे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्श्न हो सकता है। इसीलिए पब्लिक टॉयलेट चाहे देखने में साफ लगें, लेकिन इस्तेमाल से पहले हाइजीन स्प्रे का इस्तेमाल करें और फिर एक बार फ्लश चलाकर ही उपयोग करें। यूरिन इंफेक्‍शन के लक्षण - यूरिन डिस्चार्ज के दौरान जलन, दर्द, खुजली - बार-बार टॉयलेट जाने की ज़रूरत महसूस होना - यूरिन में ज्य़ादा बदबू, रंग पीला दिखना - कंपकंपाहट के साथ बुखार भूख न लगना - कमज़ोरी होना - गंभीर स्थिति में यूरिन में खून भी आ सकता है अगर इनमें से एक भी लक्षण नज़र आए तो बिना देर किए डॉक्टर से जांच कराएं। प्राइवेट पार्ट और यूरिन की जांच से इंफेक्शन का पता चल सकता है। जिसके के बाद ही डॉक्टर उपचार शुरू करते हैं। उम्र के साथ हो रहे बदलावों पर भी ध्यान दें पुरुष पारस अस्पताल, गुड़गांव के यूरोलॉजी चीफ डॉ. अनुराग खेतान का कहना है कि "पुरुष अपने शरीर में होने वाले बदलावों को उम्र बढ़ने की प्रक्रिया मान सकते हैं। हालांकि "उम्र बढ़ने" के अधिकांश लक्षण वास्तव में हार्मोन असंतुलन के कारण होते हैं, जो न सिर्फ टेस्टोस्टेरोन, बल्कि कोर्टिसोल और थायराइड के लेवल को भी प्रभावित करते हैं। यह सच है कि जैसे-जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती है, उनमें पुरुष हार्मोन असंतुलन का अनुभव होने की संभावना ज़्यादा होती है, लेकिन इसके साथ ही अन्य फैक्टर भी होते हैं, जिससे हार्मोन असंतुलित होते हैं। युवा पुरुषों में कुछ सामान्य हार्मोनल समस्याओं में स्तन का कोमल होना, इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी), दाढ़ी कम बढ़ना और शरीर के बालों का विकास, मांसपेशियों का नुकसान, हड्डियों के द्रव्यमान में कमी (ऑस्टियोपोरोसिस), ध्यान केंद्रित करने में परेशानी और हॉट फ्लैशेस होना शामिल होता हैं।"

Comments


Upcoming News