कोलकाता, । बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रवार को एक और बड़ा झटका लगा। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा से
चानक इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्यसभा में सदन की कार्यवाही के दौरान ही अपने इस्तीफे का ऐलान किया। इस दौरान त्रिवेदी ने कहा कि 'मुझे पार्टी में घुटन हो रही है', इसीलिए मैं राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे रहा हूं। गौरतलब है कि दिनेश त्रिवेदी तृणमूल में एक बड़े हिंदी भाषी चेहरे माने जाते थे। पिछले साल ही उन्हें राज्यसभा सदस्य के रूप में तृणमूल ने ऊपरी सदन में भेजा था। अभी उनका एक साल भी पूरा नहीं हुआ था कि उन्होंने अचानक इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को इससे पहले 2012 में ममता बनर्जी के दबाव में रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने रेल बजट में किराया बढ़ाने की घोषणा की थी, इसके तुरंत बाद ही ममता ने उन्हें रेल मंत्री पद छोड़ने को कहा था। इसके बाद ममता के साथ उनकी तल्खियां काफी बढ़ गई थीं। हालांकि, बीच में फिर ममता के साथ उनके संबंध पटरी पर आ गए थे। 2014 में बंगाल के बैरकपुर सीट से उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी जीता था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में वह कुछ हजार वोटों के अंतर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह से हार गए थे। इसके बाद उन्हें ममता ने राज्यसभा में भेजा था। गौरतलब है कि बंगाल में इस समय बाहरी को लेकर मुद्दा बहुत गर्म है। तृणमूल कांग्रेस, भाजपा नेताओं को लगातार बाहरी कर रही है। ऐसे में यहां हिंदी भाषी वर्ग तृणमूल से नाराज है। माना जा रहा है कि इसी के कारण दिनेश त्रिवेदी ने इस्तीफा दिया है। इससे पहले हाल में तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक, दो कद्दावर मंत्री व एक लोकसभा सांसद पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। अब दिनेश त्रिवेदी इस्तीफे के बाद क्या कदम उठाते हैं इस पर सबकी नजरें हैं। वैसे चर्चा है कि वह भी जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
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