नई दिल्ली, । देश में शनिवार से कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का आगाज होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण अभियान का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घ
टन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। यह अभियान देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक साथ शुरू होगा। इसके लिए कोविड वैक्सीन को केंद्रों पर पहुंचाने का काम लगभग पूरा हो गया है। यही नहीं जन भागीदारी सिद्धांत पर आधारित इस अभियान के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। निर्वाचन आयोग भी देगा योगदान इस बीच निर्वाचन आयोग ने भी इस अभियान पूरी मदद करने की बात कही है। आयोग बूथ स्तर पर लाभार्थियों की पहचान करने में सरकार की पूरी मदद करेगा। सूत्रों ने बताया कि बीते 31 दिसंबर को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा को पत्र लिखकर बूथ स्तर पर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की पहचान करने में मदद करने की अपील की थी। डाटा सुरक्षा के मुद्दे पर गृह सचिव ने निर्वाचन आयोग को आश्वस्त कराया है कि केवल टीकाकरण के लिए डाटा का इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नोडल अधिकारियों के लगातार संपर्क में रहेंगे ताकि लाभार्थियों की पहचान में आ रही समस्याओं का समाधान किया जा सके। कोविड-19 टीकाकरण अभियान को लेकर कुछ निर्देश भी जारी किए गए हैं। इन दिशानिर्देशों के मुताबिक, लोकसभा और विधानसभा चुनावों की नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल 50 वर्ष से अधिक उम्र के प्राथमिकता वाले लोगों का पता लगाने में किया जाएगा। टीकाकरण के लाभार्थियों की पहचान के लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज सहित 12 पहचान पत्रों की दरकार होगी। पहले इन्हें लगेगा टीका सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सबसे पहले करीब एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर कोरोना के खिलाफ मोर्चा संभालने वाले दो करोड़ कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और उन लोगों की बारी आएगी जो पहले से ही दूसरी बीमारियों से जूझ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं कि स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मचारियों के टीकाकरण का खर्च केंद्र सरकार खुद उठाएगी। 3006 केंद्रों पर एक साथ शुरुआत 1- शनिवार को सुबह 10.30 बजे प्रधानमंत्री अभियान की शुरुआत करेंगे। 2- पहले दिन देश भर में 3006 केंद्रों पर एक साथ टीकाकरण शुरू होगा। 3- एक केंद्र में एक सत्र में लगभग 100 लोगों को ही टीका लगाया जाएगा। 4- 61 हजार से ज्यादा प्रोग्राम मैनेजर, दो लाख सहायक सदस्य रहेंगे मुस्तैद। 5- 3.7 लाख टीका लगाने वाले लोग होंगे इस महाअभियान का हिस्सा ...ताकि ना पड़े कोई खलल शरारती तत्व इस महाभियान को चोट न पहुंचा पाएं इस मसले पर भी सरकार लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरुवार को ट्वीट कर टीकाकरण से जुड़े भ्रमों को दूर करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा था कि कोरोना का टीका लेने के बाद आए हल्के बुखार को कोरोना का लक्षण नहीं समझना चाहिए। को-विन होगा बहुत मददगार टीकाकरण अभियान को सुचारु रूप से चलाने और सारी व्यवस्थाओं पर आनलाइन नजर रखने के लिए सरकार ने को-विन एप विकसित किया है। इसके जरिए देश भर में वैक्सीन की उपलब्धता, भंडारण तापमान और लाभान्वितों की जानकारी रियल टाइम पर ली जा सकेगी। इसके अलावा 24 घंटे काम करने वाली 1075 नंबर की लाइन स्थापित की जा रही है। इस नंबर पर फोन करके कोरोना, वैक्सीन और को-विन साफ्टवेयर से जुड़े सवालों के जवाब जाने जा
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