चक्रवात 'दाना' ओडिशा के तट से टकरा गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के अनुसार, चक्रवाती तूफान दाना के लैंडफाल की प्रक्रिया गुरुवार रात को शुरू होकार शुक्रवार सुबह तक जारी रहने की उम्
ीद है। शुक्रवार सुबह तक लैंडफाल की प्रक्रिया करीब चार से पांच घंटे तक चलेगी। उस वक्त हवा की रफ्तार लगभग 120 किमी प्रति घंटे रहने की आशंका है। ऊंची लहरों के चलते तटीय इलाकों में दो-तीन किलोमीटर अंदर तक पानी आ सकता है। अगले 24 घंटे अतिरिक्त सुरक्षा बरतने की सलाह दी गई है। ऐसे में विभिन्न समुद्री तटों पर एहतियात के तौर पर धारा 144 लगा दी गई है।इसके अलावा, पारादीप से इरसामा सियाली तक समुद्र तट पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। चक्रवात 'दाना' का बंगाल पर आंशिक असर, कोई बड़ा नुकसान नहीं चक्रवात दाना का बंगाल पर आंशिक असर पड़ा है। कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, जिसकी आशंका जताई गई थी, हालांकि विभिन्न जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। स्थिति को देखते हुए कोलकाता एयरपोर्ट को सुबह आठ बजे फिर से खोल दिया गया है। ट्रेनें भी शुरू कर दी गई हैं। क्यों पड़ा चक्रवात दाना कमजोर? क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र की निदेशिका मनोरमा महांति से मिली जानकारी के मुताबिक दो एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन के लिए दाना के लैंडफाल प्रक्रिया में देरी हुई है। चक्रवात जब तट की तरफ आगे बढ़ा तो दो एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन गया था।इसका मतलब है चक्रवात के दोनों तरफ पूर्व एवं पश्चिम दिशा में दो दबाव का क्षेत्र बन गए थे। ये दोनों तरफ से चक्रवात दाना को दबा दिए। इसके अलावा, गर्त से निकलने वाली शुष्क हवा चक्रवात दाना में प्रवेश कर गई।उन्होंने बताया कि इसके कारण चक्रवात दाना कमजोर पड़ गया और इसकी गति थोड़ी धीमी हो गई। चक्रवात दाना कमजोर पड़ा मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात दाना कमजोर पड़ गया है। इसके चलते 4 राज्यों ओडिशा, झारखंड, बंगाल और बिहार के लोगों के लिए राहत की खबर है।
Comments