श्रीलंका की मुख्य तमिल पार्टी तमिल नेशनल अलायंस (टीएनए) के नेता राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात करेंगे। वे अपने लंबित मुद्दों पर राष्ट्रपति से चर्चा करेंगे जिनमें खासकर कड़े आतंकव
द विरोधी कानून के तहत बंद तमिल कैदियों की रिहाई शामिल है। बता दें कि तमिल समुदाय के साथ राष्ट्रपति की चल रही बातचीत के तहत टीएनए के नेता 21 दिसंबर को विक्रमसिंघे के निमंत्रण पर उनसे मुलाकात करेंगे। पीटीआई, कोलंबो। श्रीलंका की मुख्य तमिल पार्टी तमिल नेशनल अलायंस (टीएनए) के नेता राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात करेंगे। वे अपने लंबित मुद्दों पर राष्ट्रपति से चर्चा करेंगे, जिनमें खासकर कड़े आतंकवाद विरोधी कानून के तहत बंद तमिल कैदियों की रिहाई शामिल है। 21 दिसंबर को होगी मुलाकात बता दें कि तमिल समुदाय के साथ राष्ट्रपति की चल रही बातचीत के तहत टीएनए के नेता 21 दिसंबर को विक्रमसिंघे के निमंत्रण पर उनसे मुलाकात करेंगे। टीएनए के एक वरिष्ठ नेता धर्मलिंगम सिद्धत्थन ने इस बैठक की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि बैठक निर्धारित हो गई है। तमिल कैदियों की रिहाई पर चर्चा वहीं, राष्ट्रपति के सूत्रों ने कहा कि आतंकवाद निरोधक अधिनियम (पीटीए) के तहत बंद तमिल कैदियों की रिहाई जैसे मुद्दों पर बातचीत की जाएगी। टीएनए काफी समय से लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) को सहायता और बढ़ावा देने के आरोप में बिना किसी आरोप के पकड़े गए तमिलों की रिहाई के लिए दबाव बना रहा है। इसके अलावा बातचीत के एजेंडे में तमिल प्रवासी समूह ग्लोबल तमिल फोरम (जीटीएफ) के घोषणापत्र भी शामिल है। जीटीएफ और बौद्ध भिक्षुओं के एक समूह ने पिछले सप्ताह पूरे देश का भ्रमण किया था। सर्वदलीय बैठक बुलाने की कोशिश इससे पहले राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने सर्वदलीय पार्टी की बैठक बुलाने की कोशिश की थी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए, जिसके बाद टीएनए के साथ बातचीत शुरू हुई थी और अब उनके साथ कई मुद्दों पर चर्चा होने जा रही है।
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