फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के इजरायल पर हमले में 10 नेपाली छात्रों की मौत हो गई है। इस खबर की पुष्टी नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कर दी है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने सोमवार (9 अक्टूबर) को जानकार
ी देते हुए बताया कि हमास के रॉकेट हमलों के बाद इजराइल में दस नेपाली छात्र मारे गए हैं। इसके अलावा चार अन्य घायल हो गए हैं। पीटीआई, काठमांडू। फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के इजरायल पर हमले में 10 नेपाली छात्रों की मौत हो गई है। इस खबर की पुष्टी नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कर दी है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने सोमवार (9 अक्टूबर) को जानकारी देते हुए बताया कि हमास के रॉकेट हमलों के बाद इजराइल में दस नेपाली छात्र मारे गए हैं। इसके अलावा चार अन्य घायल हो गए हैं। इससे पहले हमास ने इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए जिसमें लगभग 700 इजरायली लोगों की मौत हो गई है, वहीं इजरायल की जवाबी कार्रवाई में में गाजा में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा गाजा में लगभग 123,000 लोग विस्थापित होकर आश्रय स्थलों में रह रहे हैं। हमले के समय खेत में काम कर रहे थे नेपाली नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में कहा कि इजरायल में हमास के हमले में 10 नेपाली नागरिकों की जान चली गई। बयान में कहा गया है कि गाजा पट्टी के पास के इलाके किबुत्ज़ अलुमिम में एक खेत में काम कर रहे 17 नेपाली नागरिकों में से दो सुरक्षित बच गए, चार घायल हो गए और एक अभी भी लापता है। मारे गए छात्र सुदूर पश्चिम विश्वविद्यालय के येरुशलम में नेपाल के दूतावास ने एक बयान में कहा, "हमें उस स्थान से दस नेपाली नागरिकों की दुखद मौत की जानकारी मिली है, जहां हमास ने हमला किया था।" मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, हमास के हमले में मारे गए सभी 10 लोग पश्चिमी नेपाल के 'सुदूर पश्चिम विश्वविद्यालय' के कृषि के छात्र थे। इजराइल में 4,500 नेपाली काम करते हैं बता दें कि इजराइल में 4,500 नेपाली नागरिक काम करते हैं। वहीं, इजराइली सरकार के 'सीखो और कमाओ' कार्यक्रम के तहत कुल 265 नेपाली छात्र इजराइल में पढ़ रहे हैं। उनमें से 119 कृषि और वानिकी विश्वविद्यालय से, 97 त्रिभुवन विश्वविद्यालय से और 49 सुदूर पश्चिम विश्वविद्यालय से हैं। ये सभी कृषि के ग्रेजुएशन के छात्र हैं। नेपाली दूतावास ने कहा, "हम घटना में मारे गए लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। एक लापता छात्र की तलाश के प्रयास किए जा रहे हैं। पहचान पूरी होने के बाद शवों को जल्द ही नेपाल लाया जाएगा।" नेपाल सरकार ने इजराइल सरकार से भी अनुरोध किया है कि जिन नेपाली घायल लोगों का इलाज चल रहा है, उन्हें जरूरी सुविधाएं प्रदान की जाएं। मंत्रालय ने बताया है कि वह अपने नागरिकों स्वदेश वापस लाने के लिए इजरायली सरकार से बातचीत कर रहा है।
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