नई दिल्ली, धनिया पंजीरी भोग में चढ़ाया जाने वाला प्रसाद है और इसे खासतौर से जन्माष्टमी के अवसर पर ही बनाया जाता है। जिसे बनाने में धनिया का इस्तेमाल होता है जो कई मायनों में सेहत के लिए लाभकार
है। तो सबसे पहले तो जानेंगे कि क्यों भगवान को धनिया पंजीरी का भोग लगाते हैं और साथ ही इस प्रसाद को घर में आसानी से बनाने की विधि। क्यों भगवान कृष्ण को चढ़ाई जाती है धनिया की पंजीरी माखन के अलावा भगवान कृष्ण को एक और चीज़ बहुत पसंद है वो है धनिया पंजीरी। इस वजह से जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान को धनिया पंजीरी का भी भोग लगाया जाता है। क्यों चढ़ाते हैं यह प्रसाद? इसका जवाब यह है...क्योंकि जन्माष्टमी का त्योहार वर्षा ऋतु के दौरान आता है। जिस वक्त वात, कफ, पित्त इन चीजों की समस्याएं बहुत ज्यादा देखने को मिलती हैं। साथ ही साथ संक्रमण भी तेजी से फैलता है। ऐसे में धनिए का सेवन इन सभी समस्याओं में लाभकारी है। इसमें कई सारे गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को हेल्दी रखते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं। इस वजह से जन्माष्टमी पर खासतौर से धनिया पंजीरी का प्रसाद बनाया जाता है। धनिया की पंजीरी बनाने की विधि सामग्री- 2 कप धनिया पाउडर, ½ कप कद्दूकस किया हुआ सूखा नारियल, ¼ कप घी, 10-12 काजू, 10-12 बादाम विधि - कड़ाही में मीडियम आंच पर 1 चम्मच घी गर्म करें और इसमें काजू- बादाम डाल कर हल्का ब्राउन होने तक भून लें। इन्हें अलग कर लें। - इसके बाद इसी पैन में मखाना डालकर क्रिस्पी होने तक भून लें और हल्का क्रश कर लें। - अब पैन में बचा हुआ घी डालें। इसमें धनिया पाउडर डालकर धीमी आंच पर सुनहरा और खुशबू आने तक भूनें। लगातार चलाते रहें। ध्यान रहे ये जलना भी नहीं चाहिए और न ही कच्चा रहें। दोनों ही स्थितियों में इसका स्वाद कड़वा हो जाता है। - धनिया भूनने के बाद इसमें भुने हुए मेवे डालकर अच्छी तरह मिलाएं। पैन को आंच से उतारकर मिश्रण को अच्छे से ठंडा होने दें। - अब इसमें सूखा नारियल, पिसी चीनी और भूने हुए मेवे डालकर अच्छी तरह मिला लें और तैयार पंजीरी में तुलसी का पत्ता डालकर भगवान कृष्ण को भोग लगाएं।
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