नई दिल्ली, । सरकार ने देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण की तैयारियां तेज कर दी हैं। भारत सरकार के मुताबिक लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने पहले इसका ड्राई रन किया जाएगा। केंद्र सरकार ने ड्रा
रन के लिए चार राज्यों पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात को चुना है। इन राज्यों में अगले हफ्ते कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया जाएगा। यहां ट्रायल के तौर पर कोरोना टीकाकरण शुरू करने के लिए निर्धारित तरीकों की जांच की जाएगी। पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात के दो जिलों में वैक्सीन का ड्राई रन ट्रायल किया जाएगा। कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन की मदद से सरकार वैक्सीन आने पर तैयारियों को परखने का काम करना चाहती है। इस ड्राई रन के दौरान किसी भी व्यक्ति को कोई वैक्सीन नहीं दी जाएगी लेकिन वैक्सीनेशन(टीकाकरण) की पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। देश में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए सरकार कमर कस रही है। भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि आज तक सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 7000 से अधिक जिला स्तरीय प्रशिक्षुओं की भागीदारी के साथ कोरोना टीकाकरण का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण पूरा हुआ है। लक्षद्वीप में यह प्रशिक्षण अब तक नहीं हो पाया है, जो 29 वें दिसंबर को जल्द ही आयोजित होंगे। क्या है ड्राई रन, ये कैसे काम करेगा ? कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन उसी तरह होगा जिस तरह वैक्सीन आने पर वैक्सीनेशन को लेकर प्लान किया गया है या जैसे वैक्सीन को लगाया जाना है। इस ड्राई रन में लोगों को सचमुच में वैक्सीन नहीं दी जाएगी बल्कि सिर्फ लोगों का डाटा लिया जाएगा। इसे सरकार की ओर से cowin ऐप पर अपलोड किया जाएगा। पहले चरण में करीब 30 करोड़ लोगों को मिलेगी वैक्सीन देश में अब तक कोई वैक्सीन तो नहीं आई है लेकिन इसको लेकर केंद्र सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सरकार ने कहा है कि देश में जब भी वैक्सीन आएगी वह पहले चरण में करीब 30 करोड़ लोगों को टीका देगी। किसको सबसे पहले टीका दिया जाएगा ये भी निर्धारित किया जा चुका है। इसमें सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारी है।
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