फसल चक्र को बदल कर भी बचाया जा सकता है जल जल को संरक्षित करने के लिए किया लोगों को प्रेरित हथीन/माथुर : सिंचाई विभाग से आज भूजल अटल योजना के तहत मिकाडा के साथ मिलकर जिला कार्यान्वयन भागीदारी टी
म ने डी.पी.एम.यू. से विशेषज्ञ के साथ मिलकर ग्राम पंचायत किशोरपुर में जल पंचायत का आयोजन किया गया। इस मौके पर लोगों से मिलकर उनको पानी का सही इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया गया, जिसमें गांव के लोगों ने काफी उत्साह के साथ भगीदारी ली। एस.डी.ओ. मिकाड़ा ने लोगों को बारीकी से सूक्ष्म सिंचाई के बारे में बताया। लोगों को इसे अपनाने के लिए भी प्रेरित किया व लोगों को जागरूक करते हुए अटल भूजल से वारिश ने कहा कि इस तरह से लाखों लीटर पानी को बचाया जा सकता है एवं अगर इसी गति से जल का दोहन होता रहा, तो वह दिन दूर नही जब लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पुरूषो के साथ-साथ महिलाओं ने भी घरेलू कार्यो के लिए जिस तरह से जल का दुरूपयोग किया है, उन्हें भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी कि जब तक लोग जल बचाने के लिए दैनिक व्यवहार में बदलाव नहीं करते तब तक पानी के व्यर्थ उपयोग को नहीं रोका जा सकता। जल की हर एक बूंद का उपयोग सही तरीके से होना चाहिए ताकि हम आगे वाली पीढियों के लिए जल भंडार को सुरक्षित रख सके, क्योंकि जल के ऊपर जितना अधिकार हमारा है, उतना ही आने वाली पीढिय़ों का भी है। जल के बिना जीवन संभव नही है। जल ऐसा संसाधन नहीं है, जिसे हम दोबारा पैदा कर सकते हैं। इसलिए जो जल भूगर्भ में उपस्थित है, उसको ही हमें बचाना है और बर्षा व अन्य एकत्रित जल को भूगर्भ तक पहुंचाना जरूरी है। कृषि विशेषज्ञ अभिषेक ने बताया कि किस तरह से लोग फसल चक्र को बदल कर जल को बचा सकते है। जिन फसलों को कम जल की आवश्यकता होती है, हमे उन फसलों की खेती पर जोर देना चाहिए। सिंचाई की विधि में बदलाव करके भी जल को बचाया जा सकता है, जैसे स्प्रिंकल, ड्रिप पद्धति, अंडरग्राउंड पाइपलाइन जैसी विधियों का प्रयोग करके पानी के खर्च को कम किया जा सकता है। आज आपके पास जल की उपलब्धता हैं। इसलिए आप सोच नहीं पा रहे हैं, लेकिन जब कल जल ही नहीं होगा तो लोग खेती ही नहीं कर पाएंगे। अशोक ने बताया कि किस तरह से रिचार्ज बोरवेल लगाकर जलस्तर को बढ़ाया जा सकता है। वाटर हारवेस्टिंग लगाकर गांव के एकत्रित पानी को पीने व जोहड़ के पानी को साफ करके खेती व अन्य कार्यों में प्रयोग किया जा सकता है। गांव के लोगों ने भी गांव में रिचार्ज बोरवेल लगवाने की मांग रखी व फव्वारा पद्धति सिंचाई अपनाने पर सहमती जताई। इस मोके पर जे.ई. मिकाड़ा व अटल भूजल की डी.आई.पी. टीम से अभिषेक, अशोक व गांव के पूर्व सरपंच सहित अधिक संख्या में महिलाएं भी मौजूद रहीं।
Comments