नई दिल्ली,। पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने पिछले कुछ दिनों में बलूचिस्तान के पंजगुर से दर्जनों लोगों को अगवा किया है। सुरक्षा बलों पर हुए बड़े हमलों के बाद इन लोगों का अपहरण किया गया है। इन हमलो
ं में कई सैनिक मारे गए थे। बलूच लापता व्यक्तियों के लिए आवाज उठाने वाले संगठन वीबीएमपी ने यह जानकारी दी है। क्वेटा प्रेस क्लब में शुक्रवार को वीबीएमपी की महासचिव सामी दीन बलूच ने बलूचिस्तान में हाल के घटनाक्रम पर पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पंजगुर और नोश्की हमले के बाद से बलूचिस्तान में लोगों को जबरन लापता करने और हत्या कर फेंकने की घटनाओं में तेजी आई है। यह स्थिति भयावह है। इधर राजधानी इस्लामाबाद में कायदे आजम विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने एक लापता बलूच छात्र की रिहाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। बलूचिस्तान के खुज्दार में नकाबपोश लोगों ने मंगलवार को छात्र अब्दुल हफीज का अपहरण कर लिया था। उधर समाचार एएनआइ के मुताबिक बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों और बलूच विद्रोहियों के बीच संघर्ष जारी है। बलूचिस्तान राजनीतिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि क्षेत्र में स्थानीय लोग सेना और आतंकी संगठनों के अत्याचार का सामना करने को विवश हैं। दरअसल पाकिस्तान की इमरान खान सरकार बलूच लोगों के बीच भरोसा खोती जा रही है। यही कारण है कि हाल ही में बलूचिस्तान में अस्थिरता बढ़ने के लिए उसने भारत को जिम्मेदार ठहराया है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने आरोप है कि बलूचिस्तान में अस्थिरता फैलाने में भारत का हाथ है।
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