नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी से अचानक इस्तीफा देने से हंगामा मचा हुआ है। हर तरफ इसी एक चीज को लेकर चर्चा की जा रही है। साउथ अफ्रीका में खेली गई टेस्ट सीरीज के बाद
ोहली ने टेस्ट की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर सबको चौंका दिया। पूर्व चयनकर्ता दिलिप वेंगसारकर ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि किसी भी खिलाड़ी को कोहली के विकल्प के तौर पर बतौर कप्तान तैयार क्यों नहीं किय गया। उन्होंने कहा, "यह चयनकर्ताओं द्वारा दूरदर्शिता की कमी की वजह से है कि उन्होंने किसी और खिलाड़ी को भविष्य के कप्तान के तौर पर तैयार ही नहीं किया। जैसे हमने धौनी को तैयार किया था उन्होंने किसी भी सही खिलाड़ी को नहीं चुना जो विराट की जगह पर उनके बाद टीम की कप्तानी करे। मैं तो यह बात भी नहीं समझ पाया कि शिखर धवन को श्रीलंका में खेली गई पिछले साल वनडे सीरीज में कप्तान क्यों बनाया गया था।" साल 2007 में धौनी को टी20 टीम का कप्तान बनाया गया था इसके बाद उन्होंने वनडे टीम की भी कप्तानी संभाली। साल 2008 में कुंबले ने टेस्ट टीम की कप्तानी की थी जहां उनसे साथ धौनी ने चीजों के देखा और सीखा। यह सब वेंगसारकर के मुख्य चयनकर्ता रहते हुए हुआ था। उन्होंने इस चीज के बारे में बात करते हुए कहा कि कैसे धौनी को कुंबले के विकल्प के तौर पर तैयार किया गया था। "हम धौनी को बतौर टेस्ट कप्तान कमान संभालने से पहले कुछ वक्त देना चाहते थे। वह लिमिटेड ओवर क्रिकेट में टीम की कप्तानी कर रहे थे और हम चाहते थे कि वह कुंबले के नजदीक रहकर कुछ चीजों को सीखें। उस वक्त कुंबले ने टीम की कमान बहुत ही अच्छी तरह से संभाली।"
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