नई दिल्ली, बांग्लादेश में खास संप्रदाय के लोगों द्वारा मंदिरों और हिंदुओं के 70 घरों पर हमला करने के मामले में विश्व हिंदू परिषद(VHP) ने आज संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ से एक खास अपील की। विश्व
िंदू परिषद (VHP) ने संयुक्त राष्ट्र (UN) औऱ संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायोग (UNHRC) और यूरोपीय संघ के प्रमुखों को पत्र भेजा है, जिसमें बांग्लादेश में बेरोकटोक हिंदू "नरसंहार" को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय निकायों से आग्रह किया गया है। विश्व हिंदू परिषद(VHP ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि तीन प्रमुख विश्व निकायों को संयुक्त महासचिव और विहिप के अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रमुख स्वामी विज्ञानानंद ने पत्र लिखकर एक अंतरराष्ट्रीय जांच आयोग का गठन करने और बांग्लादेश को एक तथ्य-खोज मिशन भेजने और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने का आग्रह किया गया है। इसके साथ ही पीड़ितों को सुरक्षा, न्याय और मुआवजा सुनिश्चित करें। स्वामी विज्ञानानंद ने इस घटना के अपराधियों को अनुकरणीय दंड देने की भी मांग की और निकायों से आपराधिक जिहादी संगठनों पर मुकदमा चलाने और निहित संपत्ति अधिनियम 2013 को निरस्त करने के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। पत्र संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायोग के मिशेल बाचेलेट जेरिया और यूरोपीय संघ के राष्ट्रपति उर्सुला वॉन डेर लेयन को संबोधित किए गए थे। पत्र में क्या लिखा गया? विहिप ने अपने इस पत्र में कहा है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के "नरसंहार" का सिलसिला "बेरोकटोक" जारी है। पिछले 10-12 दिनों में 22 से अधिक जिलों में बेगुनाहों की नृशंस हत्याएं मानवता की किसी भी धारणा का उल्लंघन करती हैं। पत्र में लिखा गया है कि कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने पवित्र दुर्गा पूजा के दौरान जबरन पूजा स्थलों में प्रवेश करके भक्तों के बीच निराशा और आतंक पैदा किया और देवताओं की प्रतिमाओं को तोड़कर मंदिरों को नष्ट कर दिया। बांग्लादेश सरकार पर भारत दबाव बनाए- विश्व हिंदु परिषद विश्व हिंदु परिषद ने चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर शेख हसीना को लगता है कि वह नहीं कर सकते तो वह भारत सरकार से मदद मांग सकते हैंष 1971 की तरह हम मदद कर सकते हैं। हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए और हिंदुओं पर होने वाले अत्याचारों पर लगाम लगाएं।
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