सोहना अशोक गर्ग नगर परिषद विभाग कर्मचारियों ने शहर के मुख्य बाजार नगर परिषद से मोती पलाजा होते हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की जो टाय टाय फिश होकर रह गई अतिक्रमण हटाने की शुरुआत नगर परि
षद को मजबूरी में करनी पड़ी क्योंकि एसडीएम जितेंद्र गर्ग ने शहर का सौंदर्य करण बनाने के लिए 1 सप्ताह का समय दिया था लेकिन नगर परिषद विभाग के कर्मचारी अधिकारी अतिक्रमण हटाओ अभियान को हटाने में विफल साबित हो गए जिसके कारण एसडीएम महोदय ने नगर परिषद विभाग को आदेश जारी करते हुए मंगलवार से शहर के मुख्य बाजारों में अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की जिसमें नगर परिषद विभाग में सफाई निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार सोनम राघव अमित कुमार आदि कर्मचारी मौजूद थे इतना ही नहीं अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस प्रशासन भी पूरे दल बल के साथ था सभी कर्मचारी खानापूर्ति करते हुए सड़क पर रखे हुए सम्मान को हटाने के लिए कहते रहे लेकिन सामान जप्त करने की किसी ने भी हिम्मत नहीं की हां इतना जरूर था कि गरीब लोगों को इसका खामियाजा उठाना पड़ा अतिक्रमण हटाओ अभियान खानापूर्ति बनकर रह गया व्यापारी वर्ग ने अतिक्रमण हटाओ को ध्यान में रखते हैं उन्होंने अपना समान दुकान के अंदर रख दिया कर्मचारी आगे जाते हैं पीछे हटाए सामान को दोबारा से व्यापारी वर्ग लगाते रहे यह नगर परिषद विभाग का अतिक्रमण हटाओ अभियान था विभाग के कर्मचारी को एसडीएम के आदेश मानने को लेकर कार्रवाई करनी पड़ी लेकिन पावरफुल व्यापारियों के आगे नगर परिषद विभाग के सफाई निरीक्षक करने वाले कर्मचारियों की एक ना चली नगर परिषद विभाग अधिकारी के आदेशों की पालना की वजह से अतिक्रमण हटाओ अभियान करता है नहीं तो कर्मचारी अपने कार्यालय में ही सिमट कर रहना अच्छा पसंद करते हैं उनको भी यह भय रहता है कहीं व्यापारी वर्ग द्वारा विरोध करने पर हमें मुंह कि ना खानी पड़े और हमें वापस अपने कार्यालय में पहुंचना पड़े अतिक्रमण हटाना है तो नगर परिषद के साथ अवैध तरीके से खड़ी गाड़ियों को आज तक भी हटाने का काम नहीं किया है सबसे ज्यादा जाम रोड पर खड़ी गाड़ियों का होता है पुलिस प्रशासन भी शहर के मुख्य बाजारों में अवैध तरीके से खड़ी गाड़ियों को हटाने में पूरी तरह से विफल हो रही है इसका मुख्य कारण जाम है कुछ समय पहले शहर चौकी से वनवे गाड़ियों का आना जाना कर दिया था जिससे जाम से निजात लोगों को मिल रही थी लेकिन पुलिस प्रशासन की अनदेखी के चलते दोनों साइड से गाड़ियों के आने से रोज लोग परेशान हो रहे हैं लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है आम नागरिकों की समस्या के प्रति ना तो प्रतिनिधि करने वाले विधायक हैं और ना ही प्रशासन है जिसका खामियाजा आम नागरिकों को उठाना पड़ रहा है
Comments