सोहना,(उमेश गुप्ता): भाजपा विधायक संजय सिंह का कहना है कि अदालत के आदेश के बावजूद पंजाब सरकार हरियाणा को एसवाईएल नहर का पानी देने की बजाय हरियाणा के हकों पर डाका डाल रही है और अदालत के आदेशों की
ज्जियां उड़ा रही है। जिसके विरोध में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के कार्यकर्ता राज्य में 19 दिसंबर को पंजाब सरकार की हरियाणा विरोधी नीतियों व एसवाईएल नहर का पानी ना दिए जाने के विरोध में अनशन पर बैठकर अपना विरोध जाहिर करेंगे। स्थानीय भाजपा विधायक संजय सिंह और भाजपा की जिलाध्यक्ष गार्गी कक्कड ने बताया कि हरियाणा के किसानों के लिए सतलज-यमुना लिक (एसवाइएल) नहर से पानी नही मिलना सबसे बड़ा मुददा है। किसानों के हितैषी बनकर आज सडक़ों को घेरे बैठे किसान नेताओं ने कभी भी एसवाइएल के मुददे पर धरना प्रदर्शन नही किया। भाजपा कार्यकर्ता 19 दिसंबर को कृषि कानूनों और एसवाईएल के पानी की मांग के समर्थन में उतरेंगे। उन्होने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर एसवाइएल से हरियाणा को पानी देने की मांग को लेकर व कृषि कानून के समर्थन में अनशन पर बैठेंगे। स्थानीय भाजपा विधायक संजय सिंह और भाजपा की जिलाध्यक्ष गार्गी कक्कड का कहना है कि हरियाणा को उसके हिस्से का पानी आज 54 साल बाद भी नही मिल रहा है। किसान विरोधी राजनीतिक दलों के नेता एसवाइएल के मुददे को भटकाने के लिए अब व्यूहरचना रच रहे हैं। किसान हित की बात करने वाले हरियाणा के किसानों के हक के बारे में नही सोच रहे हैं। उन्होने कहा कि नए कृषि कानून के तहत किसान को अपनी फसल की कीमत तय करने व अपनी मर्जी से कही भी फसल बेचने की पूरी आजादी मिल रही है। हरियाणा के किसानों को एसवाइएल का पानी मिल जाए तो वह किसी एमएसपी से कम नही है। इस पानी से मिलने पर पूरे दक्षिणी हरियाणा की बंजर जमीन को बेहतर उपजाऊ और हरा-भरा बनाया जा सकता है। उन्होने कहा कि किसानों के हितों को ध्यान में रखकर ही कृषि कानून बनाए गए हैं। इन कृषि कानूनों की आड़ में कुछ राजनीतिक लोग अपना खेल खेल रहे है। उन्होने कहा कि सरकार ने किसानों की खुशहाली के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की। ना एमएसपी पर कोई आंच आएगी, ना मंडी व्यवस्था खत्म होगी। उसके बावजूद आंदोलन करने वाले किसान अपनी बात पर अड़े हुए है।
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