कहीं ममी तो कहीं है फाल्‍कान की धूम, कहीं दिखाई देंगी हवा और पानी में चलने वाली कार!

Khoji NCR
2021-10-03 08:49:25

दुबई । पूरी दुनिया में इस समय दुबई एक्सपो की चर्चा है। लोगों के जेहन में यह सवाल है कि इस साल पहली अक्टूबर से अगले साल 31 मार्च तक चलने वाले ऐतिहासिक दुबई एक्सपो, 2020 के बाद दुनिया को क्या खास मिलने

जा रहा है। दरअसल इस तरह के विश्व मेले हमेशा से लोगों के कौतूहल का विषय रहे हैं। नवोन्मेष और नवाचार का परिचय दुबई एक्सपो जैसे विश्व मेले के जरिये दुनिया करती रही है। वर्ष 1862 में लंदन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में चा‌र्ल्स बैबेज ने कंप्यूटर से लोगों को परिचित कराया।न्यूयार्क में वर्ष 1939 में आयोजित विश्व मेले में पहली बार टेलीविजन के माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया। वर्ष 2005 में जापान में आयोजित विश्व मेले में पहली बार अल्ट्रा एचडी टेलीविजन का प्रदर्शन किया गया। आइए जानें कि क्या है इस बार दुबई एक्सपो में दुनिया को क्‍या कुछ नया दिखाई देने वाला है। दुबई एक्सपो 2020 की चीफ इवेंट्स एंड एंटरटेनमेंट आफिसर तारेक घोसेह के मुताबिक एक्सपो की मुख्य थीम भविष्य की तैयारी के लिए लोगों के दिमाग को जोड़ना, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ के साथ मिलकर सर्वश्रेष्ठ दुनिया का निर्माण करना है। दुबई एक्सपो दुनिया के हर व्यक्ति और समुदाय को अपनी क्षमता दिखाने का अवसर दे रहा है ताकि कल की दुनिया को एक आकार दिया जा सके। लोगों की गतिविधियों को आसान किया जा सके। ऐसी दुनिया का सृजन होगा जहां लोगों एवं अन्य जीव-जंतु, पर्यावरण से जुड़ी चीजों के साथ एक संतुलन स्थापित हो सकेगा जो सबके लिए पहले से अधिक स्वच्छ, सुरक्षित और सेहतमंद होगा। इटली ने अपने पैवेलियन को 20 लाख प्लास्टिक बोतल से बनाई गई रस्सी से तैयार किया है जिसकी लंबाई लगभग 70 किलोमीटर है। चीन दुनिया को अपनी अंतरिक्ष आकांक्षा से परिचित करा रहा है और ऐसी कार प्रदर्शित कर रहा है जो पानी के अंदर भी चल सकेगी और हेलीकाप्टर की तरह उड़ भी सकेगी। अमेरिका ने फाल्कन-9 राकेट प्रदर्शित किया है तो अफ्रीका ने अपने फूड हाल को मिस्र की ममी का आकार दिया है। 1080 एकड़ में फैले इस दुबई एक्सपो की सबसे खास बात है कि सभी देशों को अलग-अलग जगह दी गई है। अफगानिस्तान के लिए भी अलग जगह का आवंटन किया गया था, लेकिन वहां तालिबान के कब्जे के बाद यह संभव नहीं हो सका। दुबई एक्सपो में 2.5 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद की जा रही है। अबू-धाबी में रहने वाले ब्रिटिश ग्राहम ने भारतीय पैवेलियन को देखते वक्त बताया कि वह इस मेले में इसलिए आए हैं ताकि उन्हें यह पता चल सके कि दुनिया में क्या बदलाव होने वाला है। उन्होंने बताया कि कोरोना के बावजूद उनके कई दोस्त ब्रिटेन से सिर्फ एक्सपो देखने के लिए दुबई आ रहे हैं।

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