नारी सशक्तिकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा है: सीएमजीजीए कृतिश

Khoji NCR
2021-09-09 10:11:49

नारनौल 9 सितंबर। विपिन कुमार नेहरू युवा केन्द्र के सौजन्य व यूएन वालंटियर के सहयोग से गतदिवस जिला बाल संरक्षण यूनिट कार्यालय परिसर में महिला सशक्तिकरण के स्वयंसेवा के लिए एक दिवसीय प्रशिक्

ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कृतिश मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी महेंद्र कुमार नायक ने की। महिला सशक्तिकरण के लिए स्वयंसेवा के संदर्भ में बनाई गई पांच पोस्टर के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यातिथि कृतिश ने संबोधित करते हुए कहा कि चाहे खेल कूद हो अथवा अंतरिक्ष, विज्ञान, और अन्य किसी भी क्षेत्र में हमारे देश की महिलाएं किसी से पीछे नहीं हैं। वे निरंतर आगे बढ़ रही हैं और अपनी उपलब्धियों से देश का गौरव बढ़ा रही हैं। नारी सशक्तिकरण के बिना मानवता का विकास अधूरा है। केन्द्र व राज्य सरकार ने गरीब महिलाओं को अनेक सरकारी योजना के माध्यम से निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कौशल विकास के लिए स्टेप योजना चलाई जा रही है जिसका लाखों महिलाएं लाभ ले रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए भी महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में छात्राएं पीछे ना रहे इसके लिए सरकार की ओर से बालिका शिक्षा में अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं। मेधावी बालिकाओं को केंद्र व राज्य सरकार की ओर से निशुल्क लैपटॉप, स्कालरशिप भी दी जा रही है। किशोरियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि वह मेन्स्ट्रेरशन के बारे में जागरुकता हो, स्वच्छता के लिए जागरुकता हो। इसलिए सस्ती दरों पर सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के लिए स्पर्श सैनेटरी नैपकिन योजना शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में समानता एवं समान भागीदारी प्राप्‍त करने के लिए महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए प्रयास करने के लिए उपस्थित युवाओं को अपील की I इस मौके पर पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी विपिन शर्मा ने बताया की आबादी के सबसे जीवंत और गतिशील हिस्से का प्रतिनिधित्व करने वाला युवा वर्ग को नेहरू युवा केंद्र व युएनवी और युएनडीपी, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के युवा मामलों के विभाग ने अपने युवा व महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के जरिए एक उम्मीद दी है। युएनवी और नेहरू युवा केंद्र द्वारा शुरू की गई पहल के परिणामस्वरूप राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी पिछले कुछ सालों से जिले में बढ़ी है। भारतीय महिला का, अपने घर में और घर के बाहर सुरक्षित, जीवन के सभी क्षेत्रों में समान भागीदारी के लिए अवसरों सहित उसके सभी अधिकारों के लिए पूर्ण सशक्‍तीकरण करना हमारा विजन होना चाहिए I नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी महेंद्र कुमार नायक ने बताया कि मानवता की प्रगति महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना अधूरी है। आज मुद्दा महिलाओं के विकास का नहीं, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का है। इस मौके पर डॉ पंकज गौड और पिंकी ने भी महिलाओं को उनके अधिकार व कर्तव्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी तरह की हिंसा को सहन ना करें बल्कि उसका विरोध करें। हमें समाज में ही नहीं, बल्कि परिवार के भीतर भी महिलाओं और पुरुषों के बीच भेदभाव को रोकना होगा। महिलाओं को खुद से जुड़े फैसले लेने की स्वतंत्रता होनी चाहिए सही मायने में हम तभी नारी सशक्तिकरण को सार्थक कर सकते हैं। हमें समाज में ही नहीं, बल्कि परिवार के भीतर भी महिलाओं और पुरुषों के बीच भेदभाव को रोकना होगा। महिलाओं को खुद से जुड़े फैसले लेने की स्वतंत्रता होनी चाहिए - सही मायने में हम तभी नारी सशक्तिकरण को सार्थक कर सकते हैं। इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी संदीप सिंह, समाजसेवी जगराम कालिया, वाइआरसी कोर्डिनेटर अनिल ढिढारिया, यूथ लीडर लक्ष्मीचंद, मोहित इसराना, रविंद्र कुमार, कर्मपाल, जिला बाल संरक्षण यूनिट के वॉलिंटियर्स और नेहरू युवा केंद्र के सभी ब्लॉक के राष्ट्रीय स्वयंसेवी मौजूद थे।

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