किरदार में उतरने के लिए तैयारी करना पसंद करती हूं : कोंकणा सेन शर्मा

Khoji NCR
2021-09-04 08:55:24

‘पेज 3’, ‘ओमकारा’ और ‘वेक अप सिड’ जैसी फिल्मों की अभिनेत्री कोंकणा सेन शर्मा आगामी दिनों में वेब सीरीज ‘मुंबई डायरीज 26/11’ में नजर आएंगी। साल 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि पर बना यह

ो नौ सितंबर से अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध होगा। हकीकत के साथ कल्पना का मेल: मुंबई पर हुए 26/11 के हमले की पृष्ठभूमि पर कई फिल्में और वेब सीरीज बन चुकी हैं। इस शो की खासियत पर कोंकणा कहती हैं, ‘यह कोई डाक्यूमेंट्री नहीं है, इसलिए हमने 26/11 के हमले को हूबहू नहींदिखाया है। हमने इसे कल्पना के आधार पर गढ़ा है। शो में 26/11 का आतंकी हमला एक पृष्ठभूमि की तरह है। इसमें हास्पिटल नर्स, वार्ड ब्वाय और मीडिया जैसे फ्रंटलाइन वर्कर्स व साधारण लोगों की जिंदगी को केंद्र में रखा है। हमले के वक्तउन पर क्या गुजरी और कैसे उन्होंने हौसला बनाए रखा, इसके इर्दगिर्द कहानी बुनी गई है। कोरोना काल में भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की भूमिका अहम रही है, इसलिए लोग इससे जुड़ाव महसूस करेंगे। मेरा किरदार चित्रा दास भी काल्पनिक है। परिस्थितियों का सामना करते हुए उसके व्यक्तित्व में मजबूती आती है। ऐसा सभी के साथ स्वाभाविक रूप से होता है। किरदार की तैयारी अहम: कोंकणा किरदार की तैयारी को अहम मानती हैं। वह कहती हैं, ‘किरदार में उतरने के लिए मैं तैयारी करना पसंद करती हूं। किरदार की प्रकृति पर उसकी तैयारी निर्भर करती है। कभी-कभी मेरा किरदार मुझसे बहुत अलग पृष्ठभूमि से आता है, जैसे ‘ओमकारा’ की इंदु त्यागी, जो ग्रामीण पृष्ठभूमि से आती थी। उसकी बोलचाल का लहजा अलग था। ऐसे किरदारों के लिए रिसर्च करनी पड़ती है, जबकि ‘पेज 3’ की माधवी शर्मा जैसी शहरी पत्रकार का किरदार निभाना हो तो ज्यादा रिसर्च की जरूरत नहीं होती। स्क्रिप्ट के साथ ही निर्देशक के सुझाव भी किरदार की गहराई में उतरने में काफी मदद करते हैं। मैं असल जदगी में लोगों को देखकर भी भावों को आत्मसात करने की कोशिश करती हूं। डिजिटल से आई तब्दीली: सिनेमा पर बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा बनने के बाद पिछले कुछ समय से कोंकणा डिजिटल पर लगातार सक्रिय हैं। साल की शुरुआत में नेट फ्लिक्स पर उनकी एंथोलाजी फिल्म ‘अजीब दास्तांस’ रिलीज हुई। अब वह वेब सीरीज ‘मुंबई डायरीज 26/11’ पर दर्शकों की प्रतिक्रिया पाने को उत्सुक हैं। प्रोजेक्ट के चयन से जुड़े सवाल पर कोंकणा कहती हैं, ‘मेरे लिए अच्छी स्क्रिप्ट मायने रखती है। किरदार पसंद आता है तो मुझे लगता है कि दर्शकों को भी पसंद आएगा। इन दिनों मुझे दिलचस्प किरदार मिल रहे हैं। हो सकता है कि यह डिजिटल प्लेटफार्म की वजह से हो। सिनेमा को लेकर दर्शकों का एक्सपोजर और उनकी पसंद भी बदल रही है, उसकी वजह से भी सिनेमा में बदलाव आ रहे हैं। डिजिटल प्लेटफार्म पर शार्ट फिल्म, फीचर फिल्म, वेब सीरीज सभी फार्मेट में विविधता और विकल्प उपलब्ध हैं। वहां पर फार्मेट के साथ ही कंटेंट भी बदल रहा है। अब हीरो, हीरोइन और गाने वाले कंटेंट जरूरी नहीं। ऐसे कई कलाकार हैं, जिन्हें सिनेमा में वह लोकप्रियता नहीं मिल पाई, जिसके वे हकदार हैं। डिजिटल प्लेटफार्म उन्हें वह हासिल करने के मौके दे रहा है। बस मुझे इस बात की आशंका रहती है कि कहीं यहां भी सिनेमा की तरह कुछ लोगों का एकाधिकार न स्थापित हो जाए।

Comments


Upcoming News