सोहना में गांव चौहड़पुर के समीप बने सडक़ हादसे में मोटरसाइकिल सवार एक की मौत

Khoji NCR
2021-08-11 08:46:36

सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना में गांव चौहड़पुर के समीप बने सडक़ हादसे में एक मोटरसाइकिल सवार नौजवान युवक को किसी अज्ञात वाहन ने रौंद दिया। हादसे में मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत हो गई। जिसकी पहचान

बीस वर्षीय मुकेश कुमार पुत्र नरेश कुमार मूल निवासी गांव रामनगर, धारूहेडा के रूप में हुई है। बताया गया है कि मुकेश अपने घर से मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांव लोहसिलानी स्थित अपनी रिश्तेदारी में मिलने के लिए आया था। सुबह पांच बजे जब वह रिश्तेदारी में मिलने के बाद मोटरसाइकिल पर वापिस अपने घर के लिए चला तो गांव चौहडपुर के समीप पहुंचने पर किसी तेजरफ्तार वाहन ने मोटरसाइकिल को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के बाद वाहन चालक घटनास्थल से वाहन समेत भाग निकलने में कामयाब रहा है। हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों की भीड़ इकटठी हो गई। सूचना पाकर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। मुकेश को अस्पताल पहुंचाया लेकिन डाक्टरों ने बीस वर्षीय मुकेश कुमार पुत्र नरेश कुमार मूल निवासी गांव रामनगर, धारूहेडा को मृत घोषित कर दिया हादसे में मोटरसाइकिल भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे के बाद वाहन चालक घायल को अस्पताल पहुंचाने की बजाय घटनास्थल से वाहन समेत भागने में कामयाब रहा। हादसे की सूचना पाकर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई और आवाजाही वाले सभी रास्तों की नाकेबंदी कर दी ताकि हादसे को अंजाम देने वाले वाहन चालक की पहचान कर उसे जल्द पकड़ा जा सके। पुलिस ने मृतक का शव कब्जा पुलिस में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया है। इस मामले में पुलिस ने फिलहाल अज्ञात वाहन के अज्ञात चालक के खिलाफ आवश्यक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है। पुलिस का कहना है कि वाहन चालक की पहचान कर उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इसी दौरान जैसे ही हादसे में मुकेश की मौत की सूचना परिजनों को लगी, घर में कोहराम मच गया। परिजन तुरंत घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े। हादसे के बाद वाहन चालक भागने में कामयाब हो गया। हादसे को देख किसी राहगीर ने सूचना निमोठ पुलिस चौकी में दी। सूचना पाते ही पुलिस ने आवाजाही वाले सभी रास्तों की नाकेबंदी कर दी ताकि हादसे को अंजाम देने वाले वाहन चालक की पहचान कर उसे जल्द पकड़ा जा सके। मामले की जांच कर रहे अनुसंधान अधिकारी सहायक सबइंस्पेक्टर की माने तो पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ आवश्यक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है। पुलिस का कहना है कि वाहन चालक की पहचान कर उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। देखने वाली बात ये है कि सोहना में ओवरलोड और तेज रफ्तार में दौडऩे वाले वाहनों पर यातायात पुलिस लगाम लगाने में विफल साबित हो रही है। जिससे आए दिन हादसे हो रहे है। इन हादसों में किसी मां का लाल अकाल मौत का ग्रास बन रहा है तो किसी सुहागिन का सुहाग खत्म होने से मांग का सिंदूर उजड़ रहा है। किसी बच्चे के सिर से बाप का साया उठ रहा है तो कोई हाथ-पैर टूटने पर अपंग होकर रह जाता है। ध्यान योग्य यह है कि सोहना से बाया जक्खोपुर-इंडरी-मिंडकौला, सोहना से गुरूग्राम और सोहना से बल्लबगढ़-फरीदाबाद सडक़ मार्ग पर रात के वक्त सबसे ज्यादा डंपर चलते है। जिनके पास ना कोई पूरे कागजात होते है। ना चालकों पर लाइसेंस होता है। नौसिखिया और कम उम्र के बच्चे निर्धारित कायदे-कानूनों को ठेंगा दिखाते हुए तेज रफ्तार में बेलगाम ओवरलोड डंपरों को दौड़ाकर क्षेत्र में यमदूत के रूप में पहचान बनाए हुए है। इससे पहले भी ओवरलोड डंपर सोहना शहर के बाईपास गोल सर्कल पर यातायात नियंत्रित करने के लिए बनाई गई ट्रैफिक पुलिस चौकी पर पलट कर 2 बार ट्रैफिक पुलिस चौकी को क्षतिग्रस्त कर चुके है। दोनों बार क्षतिग्रस्त पुलिस चौकी को दोबारा से बनवाया गया लेकिन उसके बाद भी यातायात पुलिस प्रशासन बेलगाम दौड़ रहे इन ओवरलोड वाहनों विशेषकर लंबे-लंबे ट्रोलाओं, कैंटरों और डंपरों पर रोक नही लगा पा रहा है। ऐसे में लोगों के बीच यातायात पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है और लोग यह नही समझ पा रहे है कि यातायात पुलिस प्रशासन पत्थरों के तोडऩे पर सुप्रीम कोर्ट की बंदिश के बावजूद चोरी से पत्थर तोडक़र भरकर चलने वाले इन ओवरलोड वाहनों खासकर डंपरों पर रोक क्यो नही लगा पा रहा है। कही यह डंपर चालक यातायात पुलिस के लिए कमाऊ पूत तो नही है। प्रदेश के खनन मंत्री मूलचंद शर्मा पहले भी खुद गृहमंत्री अनिल विज को पत्र लिखकर यह आरोप लगा चुके है कि पुलिस की शह पर खनन माफिया और डंपर माफिया सक्रिय है। पुलिस खनन माफिया और डंपर माफिया के गठजोड़ को रोका जाए। बावजूद इसके यह गठजोड़ रूकने का नाम नही ले रहा है। क्षेत्र के जागरूक लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि हादसे को अंजाम देने वाले वाहन चालक को जल्द पकड़ा जाए और राजकोष अथवा रैडक्रास के माध्यम से मृतक के परिजनों को कम से कम 30 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।

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