सहन नहीं होगा संत महापुरुषों का अपमान : कृष्णा राणा।

Khoji NCR
2021-07-31 10:44:10

खोजी/सुभाष कोहली कालका। औघड़ पीर मठ अस्थल बोहर रोहतक में दलित समाज के संतों महापुरुषों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर कृष्णा राणा प्रमुख समाज सेविका ने कहा रोहतक में बाबा बालकनाथ ने 250 वर्षों पु

ानी चमरवे साधु संतों की समाधियों को तुड़वाकर देश एवं प्रदेश के लाखों अनुसूचित जाति वर्ग, सामान्य जाति वर्ग, पिछड़ा जाति वर्ग के श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई है। वहीं दूसरी और बाबा बालकनाथ के इशारों पर दबंग लोगों द्वारा दलित समाज के महंत रमेश नाथ, औघड़ पीर मठ बोहर के महंत व उनके अनुयायियों के साथ मारपीट करके व जाति सूचक गाली गलौच करके उन्हें डेरे से बहार निकाला जाता है और रोहतक प्रशासन आँखे बंद करके बैठा हुआ है। राणा ने कहा कि जब से देश व प्रदेश में भाजपा सरकार आई है तब से प्रदेश में सरेआम संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कभी दलित समाज के धार्मिक स्थलों को तुड़वाया जाता है तो कभी साधुओं का अपमान किया जाता है, जिससे समाज मे आपसी भाईचारा खराब होता है। राणा ने कहा कि जल्द से जल्द या तो सरकार बाबा बालकनाथ व उन दबंग लोगों के खिलाफ जिन्होंने हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है उनके खिलाफ जल्द से जल्द एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके उन्हें जेलों में भेजें ताकि समाज में फिर कोई और ऐसी घटना ना घटे, नहीं तो दलित भाईयों के साथ हमारा समाज भी रोड पर आने को मजबूर होंगे। साथ ही राणा ने कहा कि जो औघड़ पीर बाबा रमेश नाथ, जो दलित समाज से सम्बद्ध रखते है जिनको दबंग लोगों द्वारा मारपीट करके डेरे से बाहर निकाला है, उनकी जान को भारी खतरा है तथा वे इस मामले में भूमाफिया के निशाने पर हैं। कभी भी उनके जानमाल को नुकसान पहुंचाया जा सकता है, इसलिए वे सरकार से मांग करते हैं कि तुरंत बाबा रमेश नाथ जी व इस मामले में काफी समय से पैरवी कर रही दलित नेत्री बहन कांता आलड़िया को वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। इस मौके पर राजेन्द्र कोर, बसन्त कोर, रजनी देवी, बीना महत्ता, बालेश, कमलेश आदि मौजूद रहीं।

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