ओलिंपिक इतिहास में पहली बार पहले ही दिन भारत का खाता खुला, मीराबाई चानू ने किया कमाल, देखें फोटोज

Khoji NCR
2021-07-27 08:53:21

32वें ओलिंपिक खेलों के दूसरे और पदक मुकाबलों के पहले दिन भारतीय भारोत्तोलक साईखोम मीराबाई चानू ने देश को पहला रजत पदक दिलाया। ओलिंपिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब पदक मुकाबलों के पहले ही दि

भारत ने खाता खोला। भारत का नाम पदक तालिका में कुछ देर तक दूसरे स्थान पर भी रहा। अपने साथ भगवान हनुमान और शिव जी की मूर्ति टोक्यो लेकर जाने वाली मीराबाई के पदक जीतते ही देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। 49 किग्रा भार वर्ग में चार फुट 11 इंच की मीराबाई ने 202 (87 किग्रा 115 किग्रा) किग्रा का कुल वजन उठाने के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। स्नैच में मीराबाई ने दूसरे प्रयास में 87 और क्लीन एंड जर्क में 115 किलो वजन उठाया। चीन की होऊ जिहुई ने 210 किग्रा (94+116) से स्वर्ण पदक जीता, जबकि इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने 194 किग्रा (84+110) उठाकर कांस्य पदक जीता। 21 साल बाद मीराबाई ने भारत को भारोत्ताेलन में दिलाया पदक, इससे पहले 2000 सिडनी ओलिंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था। उन्होंने कहा, 'मैं पिछले पांच वर्षो से इसका सपना देख रही थी। इस समय मुझे खुद पर गर्व महसूस हो रहा है। मैंने स्वर्ण पदक की कोशिश की, लेकिन रजत पदक भी मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैं अपने परिवार में विशेषकर अपनी मां को धन्यवाद करना चाहूंगी।' भारत को भारोत्ताेलन में रजत पदक दिलाने वाली पहली महिला बनीं मीराबाई चानू, जबकि ओलिंपिक की किसी व्यक्तिगत स्पर्धा में पीवी सिंधू (2016 रजत पदक बैडमिंटन) के बाद रजत पदक दिलाने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं मीराबाई।

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