भौंड़सी जेल में 2 मोबाइल, तीन सिम, एक चार्जर बरामद-पांच कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज

Khoji NCR
2021-07-20 11:09:25

जेल में बंद आरोपी कैदी अपने साथी कैदियों के साथ मिलकर करते रहे इन मोबाइलों का प्रयोग भौंड़सी जेल में कैदी से मोबाइल बरामद होने से जेल की सुरक्षा पर लग रहे सवालिया निशान-जिला मार्डन कारागार मे

ं मोबाइल मिलने का सिलसिला थमने का नही ले रहा नाम स्मार्टफोन बरामद होने पर जेल प्रशासन ने पांच कैदियों की पहचान कर उनके खिलाफ जेल के भीतर बंद होने के बावजूद मोबाइल प्रयोग करने के आरोप में भौंड़सी पुलिस थाने में कराया कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज पुलिस जल्द ही आरोपित कैदियों को अदालत से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर पूछताछ के लिए भौंड़सी जेल से लाएगी बाहर-जेल के भीतर मोबाइल किस तरह हो रहा चार्ज इसको लेकर भी उठ रहे सवाल सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना एरिया के भौंड़सी स्थित जिला मार्डन कारागार में मोबाइल मिलने वाला सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। प्रदेश की सबसे सुरक्षित कही जाने वाली भौंड़सी जेल आए दिन तलाशी के दौरान मोबाइल मिलने से सुर्खियों में आ गई है। जेल में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान एक बार फिर तलाशी के दौरान जेल प्रशासन ने जेल की बैरक से 2 मोबाइल बरामद किए है। इसके अलावा तीन सिम और एक चार्जर भी बरामद किया गया है। पूछताछ में पता चला कि इन मोबाइलों और सिम का प्रयोग जेल के भीतर बैरक में बंद कई कैदी कर रहे थे। कोई अपने पास सिम रखता था तो कोई चार्जर तो कोई मोबाइल। तलाशी के वक्त जेल की बैरक-दो से 2 मोबाइल बरामद हुए है। बैरक-2ए में हवालाती बंदी सोमबीर के पास से सैमसंग का एक मोबाइल मिला है, जिसमें सिम लगा पाया गया है। आरोपित से जब पूछताछ की गई तो वह बोला कि यह मोबाइल सचिन उर्फ शूटर का है और जब सचिन उर्फ शूटर से पूछताछ की गई तो वह बोला कि मोबाइल पहले से बैरक के अंदर दबा हुआ था। जिसे उसने जमीन से निकाल लिया। इतना ही नही आरोपित ने यह भी बताया कि मोबाइल का प्रयोग सोमबीर व विक्की भी करते है। इसके अलावा बैरक-2ए में बंद हवालाती बंदी सचिन से भी एक मोबाइल बरामद किया गया है। इस मोबाइल में भी सिम लगी पाई गई है। जब जेल प्रशासन ने बंदी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मोबाइल की दूसरी सिम उसके साथी विकास के पास है और मोबाइल का मोटिफाईड चार्जर बंदी संजीत के पास है। तलाशी में विकास के पास से टी-शर्ट में छुपाकर सिम भी बरामद की गई है जबकि संजीत के पास से मोबाइल चार्जर जब्त किया गया है। सचिन ने बताया कि इस मोबाइल का इस्तेमाल हवालाती बंदी शक्ति, विकास, संजीत मिलकर करते है। पूछताछ में सामने आया है कि जिन कैदियों से यह मोबाइल बरामद हुए है, वह कैदी इन मोबाइलों के जरिए अपने साथ-साथ अपने साथियों की भी बातचीत जेल से बाहर कराते थे और अपने जान-पहचान के लोगों को जेल के भीतर से ही बैठे-बैठे वीडियो कॉल कर बाहर की दुनिया की खबर लेते थे। मामला उस वक्त सामने आया, जब जेल प्रशासन ने जेल में 2 कैदियों से सिमयुक्त स्मार्टफोन मिलने की सूचना भौंड़सी पुलिस थाने में दी। सूचना पाकर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई और कैदियों से स्मार्टफोन व सिम बरामद कर कब्जा पुलिस में ले लिया और जब पुलिस ने आरोपित कैदियों से पूछताछ में जुट गई। जेल प्रशासन की शिकायत पर पुलिस ने भौंड़सी पुलिस थाने में आरोपित पांचों कैदियों सचिन, शक्ति, विकास, संजीत, सोमबीर, विक्की समेत कुल पांच कैदियों के खिलाफ भादस की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और हर दृष्टिकोण से मामले की गहराई से जांच में जुटी है। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह सांगवान के अनुसार भौंड़सी मार्डन जेल में कार्यरत उपाधीक्षक चरण सिंह ने भौंड़सी पुलिस थाने में दी गई शिकायत में बताया कि आज जब जेल की बैरकों में अचानक तलाशी अभियान चलाया तो तलाशी के वक्त जेल की बैरक-दो से 2 मोबाइल बरामद हुए है। बैरक-2ए में हवालाती बंदी सोमबीर के पास से सैमसंग का एक मोबाइल मिला है, जिसमें सिम लगा पाया गया है। आरोपित से जब पूछताछ की गई तो वह बोला कि यह मोबाइल सचिन उर्फ शूटर का है और जब सचिन उर्फ शूटर से पूछताछ की गई तो वह बोला कि मोबाइल पहले से बैरक के अंदर दबा हुआ था। जिसे उसने जमीन से निकाल लिया। इतना ही नही आरोपित ने यह भी बताया कि मोबाइल का प्रयोग सोमबीर व विक्की भी करते है। इसके अलावा बैरक-2ए में बंद हवालाती बंदी सचिन से भी एक मोबाइल बरामद किया गया है। इस मोबाइल में भी सिम लगी पाई गई है। जब जेल प्रशासन ने बंदी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मोबाइल की दूसरी सिम उसके साथी विकास के पास है और मोबाइल का मोटिफाईड चार्जर बंदी संजीत के पास है। तलाशी में विकास के पास से टी-शर्ट में छुपाकर सिम भी बरामद की गई है जबकि संजीत के पास से मोबाइल चार्जर जब्त किया गया है। सचिन ने बताया कि इस मोबाइल का इस्तेमाल हवालाती बंदी शक्ति, विकास, संजीत मिलकर करते है। जेल प्रशासन ने 2 कैदियों से 2 मोबाइल, 3 सिमकार्ड व एक चार्जर बरामद होने पर भौंड़सी पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर भौंड़सी पुलिस तुरंत पहुंच गई और जांच में जुट गई। जेल प्रशासन की शिकायत पर भौंड़सी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच चल रही है। पहले भी जेल में वक्त-वक्त पर चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान कई कैदियों से मोबाइल बरामद हुए। जिससे जाहिर है कि जेल में जेल प्रशासन की बंदिश के बावजूद मोबाइल का खेल थमने का नाम नही ले रहा है। भौंड़सी पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जगबीर सिंह की माने तो पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है। साथ ही बरामद किए गए सिमयुक्त स्मार्ट मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है ताकि पता चले कि इस मोबाइल के जरिए जेल में बंद किस-किस कैदी ने कब-कब, कहां-कहां पर किस-किस कैदी से क्या बातचीत की है? पुलिस इस बात की भी गहराई से जांच कर रही है कि जेल के भीतर मोबाइल किस स्थान पर कैसे चार्ज होता था। कही जेल प्रशासन का तो कोई कर्मचारी मोबाइल चार्ज कर कैदियों को तो नही देता था? भौंड़सी पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जगबीर सिंह का कहना है कि भौंड़सी पुलिस इस मामले में जल्द ही आरोपित कैदियों को अदालत से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर पूछताछ के लिए भौंड़सी जेल से भौंड़सी थाने में लाएगी ताकि पता चले कि भौंड़सी जेल के भीतर मोबाइल उपयोग करने वाला खेल कब से चल रहा है और इसमें कौन-कौन लोग शामिल है। उन्होने बताया कि पुलिस कॉल डिटेल निकालकर यह भी पता लगाएगी कि आरोपित कैदियों का संपर्क किसी बदमाश से तो नही रहा क्योकि पहले कई मामले सामने आ चुके है कि जेल में कैदी गैंगस्टरों के संपर्क में रहते है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद जेल में बंद दो कैदियों के पास से स्मार्टफोन मोबाइल मिलने पर जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है। बता दें कि अब से पहले भी वक्त-वक्त पर भौंड़सी स्थित यह जिला मार्डन जेल कभी जेल में बंद अपराधियों के जेल में बैठे-बैठे धमकी भरे फोन व अवैध वसूली की मांग तो कभी नशीले पदार्थों और सिम व मोबाइल फोनों की बरामदगी, कैदियों के बीच गैंगवार, कभी जेल बैरक के समीप विदेशी रिवाल्वर मिलने, जेल के भीतर बंद कैदी के अपने साथी के साथ ही कुकर्म करने, एक कैदी के दूसरे कैदी को अंगीठी मारकर हत्या करने, जेल वार्डनों के बीच आपस में टकराव, कभी जेल वार्डन को जेल के भीतर गांजा ले जाते रंगे हाथों पकड़े जाने तो कभी जेल में अपने वर्चस्व को लेकर कैदियों के दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष जैसे कारनामों के चलते भौंड़सी जिला जेल अपने शुरूआती दिनों से आज तक वक्त-वक्त पर अखबारों की सुर्खिया बनती रही है।

Comments


Upcoming News