-डीपीसी, चारदीवारी, श्रमिक क्वार्टर, दुकानों समेत बनाई गई पक्की सडक़ों को भी तोड़ा सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना खंड के गांव मेहन्द्रवाड़ा और भौंड़सी में खेती वाली जमीन मे
ं काटी जा रही अवैध कॉलोनियों पर मंगलवार को डीटीपी दस्ते का पीला पंजा जमकर चला। गांव मेहन्द्रवाडा में एक पुराने फार्महाउस में चार एकड़ में यह अवैध कॉलोनी फैली हुई है। डीटीपी का कहना है कि यहां पर बसाई जा रही अवैध कॉलोनी बाबत सोशल मीडिया पर भी विज्ञापन दिए जा रहे थे। जिस बात की भनक उन्हे लगी और जब उन्होने अपने स्तर पर जांच कराई तो शिकायत सही मिली। जिस पर गांव मेहन्द्रवाडा स्थित एक पुराने फार्महाउस में चार एकड़ में फैली इस अवैध कॉलोनी में किए जा रहे सभी अवैध निर्माणों को तोड़ा गया है। इससे पहले देवशयनी एकादशी वाले दिन मंगलवार को डीटीपी आरएस बाठ महिला पुलिस के साथ-साथ सैकड़ों पुलिस जवानों, दो जेसीबी की मदद से सोहना के गांव भौंड़सी में टोलप्लाजा के समीप छह एकड़ कृषि योग्य भूमि में काटी गई अवैध कॉलोनी में बने अवैध निर्माणों को तोडऩे के लिए पहुंच गई। यहां पर आगे दुकानें और पीछे श्रमिक क्वार्टर बने हुए थे। जब तोडफ़ोड़ दस्ता आज तोडफ़ोड़ के लिए आया तो उस वक्त भी इस स्थान पर श्रमिकों को लगाकर तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा था। तोडफ़ोड़ दस्ते ने सबसे पहले हो रहे निर्माण कार्य को रूकवाया और फिर तीन पीले पंजों की मदद से तोडफ़ोड़ की कार्रवाई शुरू कराई। हालांकि तोडफ़ोड़ के दौरान मौजूद लोगों ने हो रही तोडफ़ोड़ की कार्रवाई का जमकर विरोध किया। इतना ही नही कुछ लोग जेसीबी रूपी पीले पंजे के आगे लेट गए। इसी दौरान काफी महिलाएं भी तोडफ़ोड़ के खिलाफ आगे आ गई लेकिन तोडफ़ोड़ की कार्रवाई के दौरान भारी पुलिसबल मौजूद रहने और विरोध कर रहे लोगों व महिलाओं को सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने की धमकी के आगे विरोध करने वाले महिलाएं व लोग पीछे हट गए। डीटीपीई आरएस बाठ का कहना है कि छह एकड़ कृषि योग्य भूमि में चारदीवारी खड़ी करके अंदर दुकानें और श्रमिक क्वार्टर बनाए गए। आज भी मौके पर निर्माण होता पाया गया है। उन्होने बताया कि उन्होने पहले भी तीन बार निर्माणकर्ताओं को नोटिस जारी कर इस भूमि पर बिना एनओसी और लिखित अनुमति के निर्माण कार्य ना किए जाने की हिदायतें दी थी लेकिन वह हिदायतों की पालना करने की बजाय निर्माण कार्य कराते रहे। जब इस बात की भनक उन्हे लगी तो उन्होने अपने स्तर पर जांच कराई तो शिकायत सही मिली। जिसके बाद तोडफ़ोड़ की कार्रवाई अमल में लाई गई है। डीटीपीई आरएस बाठ की माने तो उपरोक्त कॉलोनियों के साथ-साथ सोहना शहर में पलवल रोड पर, सांचौली, सिलानी, भौंड़सी और रिठौज, लाखुवास समेत विभिन्न गांवों में अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ आगे अभियान और तेजी से चलेगा। एक भी अवैध कॉलोनी नही बसने दी जाएगी और जिन कॉलोनियों में आज तोडफ़ोड़ की गई है, उन अवैध कॉलोनियों को काटने वाले भूमाफियाओं के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराने को लिखा गया है। डीटीपीई आरएस बाठ की माने तो अवैध कॉलोनियां काटे जाने की सबसे ज्यादा शिकायतें सोहना के भौंड़सी क्षेत्र में और सोहना शहर में पलवल रोड तथा देहात क्षेत्र में गांव भौंड़सी, रिठौज, सहजावास, लाखुवास, सांचौली, कादरपुर समेत विभिन्न गांवों से आ रही है। उन्होने बताया कि सोहना खंड के भौंड़सी गांव में कृषि योग्य भूमि में बिना सीएलयू, बिना भूमि की तकसीम कराए अवैध रूप से काटी जा रही कॉलोनियों में जमकर पीला पंजा चला। डीटीपीई आरएस बाठ की माने तो आज इन अवैध कॉलोनियों में तोडफ़ोड़ के दौरान डीपीसी, कई चारदीवारियों, पक्की सडक़ों, निर्माणाधीन मकान, कई दुकानों, श्रमिक क्वार्टरों आदि को पीले पंजे की मदद से धराशायी किया गया है। देखने में आ रहा है कि मुख्यमंत्री की रोक व प्रशासन की सख्ती के बावजूद मेहन्द्रवाडा, भौंड़सी व आसपास क्षेत्र के साथ-साथ सोहना शहर में पलवल रोड पर तथा भौंड़सी आसपास लगते समेत दर्जनों गांवों में इन दिनों बड़े पैमाने पर अवैध कॉलोनियां काटी जा रही है और भौंड़सी इलाके की 7ए के तहत आने वाली कृषि योग्य भूमि पर अवैध रूप से काटी गई कॉलोनियों में 50, 100, 150 और 200 वर्ग गज वाले प्लाटों की स्थानीय तहसील कार्यालय में बिना एनओसी रजिस्ट्रियों पर प्रभावी तरीके से लगाई गई रोक के बाद अब भूमाफिया इन प्लॉटों को खरीदने वाले लोगों के नाम ग्रेटरनोएडा व दूरदराज प्रदेशों की तहसीलों में जाकर जीपीए कर रहे है। देखने वाली बात ये है कि डीटीपीई को सूचना हाथ लगी कि सोहना के भौंड़सी में कई अलग-अलग स्थानों पर कृषि योग्य भूमि में अवैध रूप से कॉलोनी काट प्लाटिंग की जा रही है और काटे गए प्लाटों में निर्माण कार्य हो रहे है। जब डीटीपीई ने अपने स्तर पर जांच कराई तो सूचना को सही पाया। जिस पर डीटीपीई आरएस बाठ भारी पुलिसबल और पीला पंजा लेकर आज भौंड़सी में अवैध कॉलोनी क्षेत्र में पहुंच गए और डयूटी मजिस्टे्रट का दायित्व भी खुद निभाते हुए अपनी अगुवाई में खेतीबाड़ी वाली कृषि योग्य भूमि में अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी में कई पूरी तरह निर्मित दुकानों, निर्माणाधीन दुकानों, श्रमिक क्वार्टरों, डीपीसी, चारदीवारियों और भी कई पक्के निर्माणों, बनाई गई सडक़ों आदि को पीले पंजे की मदद से तोड़ दिया है। उपायुक्त यश गर्ग ने तहसीलदार सोहना व उपतहसीलदार शैली मलिक को निर्देश दिए है कि आज सोहना ब्लॉक के गांव मेहन्द्रवाडा और भौंड़सी में जिन अवैध कॉलोनी में बनाए गए निर्माणों को तोड़ा गया है, उन कॉलोनियों में एक इंच भूमि की बिना एनओसी के हर्गिज रजिस्ट्री ना की जाए। यदि उनके पास शिकायत आई तो विभागीय व कानूनी दोनों कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही बिजलीनिगम को भी निर्देश दिए गए है कि उपरोक्त कॉलोनी में किसी को भी बिजली का कनेक्शन ना दिया जाए और खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को हिदायत दी गई है कि कृषि योग्य भूमि में काटी गई अवैध कॉलोनी में कोई कार्य पंचायत विभाग ना कराए। उन कॉलानियों को काटने वाले भूमाफियाओं की पहचान कर उनके खिलाफ पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाए। डीटीपीई आरएस बाठ ने बताया कि इस कार्यवाही के बाद कृषि योग्य भूमि पर अवैध रूप से किसी ने भी दोबारा से निर्माण कार्य करने का प्रयास किया तो निर्माण करने वालों के खिलाफ भी पुलिस में प्राथमिकता भी दर्ज कराई जाएगी। हमारे प्रतिनिधि उमेश गुप्ता से बातचीत के दौरान डीटीपीई आरएस बाठ ने बताया कि अभी उनके पास सोहना, भौंड़सी क्षेत्र की काफी शिकायतें लंबित है। जल्द ही तोडफ़ोड़ की और कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होने साफ-सपाट लहजे में कहा कि वह सोहना, भौंड़सी और आसपास क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि पर गैर कानूनी रूप से एक भी अवैध कॉलोनी को कटने और बसने नही देंगे और सोहना शहर व आसपास क्षेत्र में जहां भी कृषि योग्य भूमि पर अवैध कॉलोनी कटने, प्लाटिंग अथवा निर्माण आदि की जानकारी मिलेगी, वह पीले पंजे की मदद से उसे ढहाने में तनिक भी देर नही लगाएंगे। उन्होने बताया कि सोहना में आगे भी वह अवैध कॉलोनियों व हो रही प्लाटिंग की जानकारी एकत्र कर पीले पंजे की मदद से प्रभावी तरीके से तोडफ़ोड़ अभियान चलाते रहेंगे। उपायुक्त यश गर्ग ने आज एक बार फिर जिलावासियों विशेषकर सोहना शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों में प्लॉट या मकान ना खरीदे ताकि उनकी मेहनत की कमाई व्यर्थ ना जाए। उन्होने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को अवैध निर्माणों के बारे में जानकारी मिले तो वे तुरंत जिला प्रशासन को इसकी सूचना दे। उपायुक्त यश गर्ग ने जनता से आग्रह किया कि वे प्लाट या मकान खरीदते समय तहसील कार्यालय तथा जिला ग्राम एवं नगर योजनाकार कार्यालय से इस बारे में पूरी जांच-पड़ताल अवश्य कर ले ताकि उनके खून-पसीने का पैसा व्यर्थ ना जाए। गैर कानूनी प्लाटिंग और अवैध कॉलोनियों पर लगाम लगाने के लिए टास्क फोर्स चेयरमैन कम उपायुक्त यश गर्ग ने तहसीलदार सोहना को निर्देश दिए है कि किसी भी स्थान पर, किसी भी अवैध कॉलोनी पर तोडफ़ोड़ अथवा कानूनी कार्रवाई करने के बाद उस कॉलोनी की कैसी भी भूमि की कोई भी तहसीलदार रजिस्ट्री नही करेगा। यदि उस क्षेत्र में कोई रजिस्ट्री होगी तो पहले उपायुक्त से अनुमति लेना जरूरी होगा। चालू महीने में डीटीपी की तरफ से तेजी से अभियान चलेगा। तोडफ़ोड़ के वक्त जहां भी बिजली कनेक्शन काटने की जरूरत पड़ेगी, उसे तुरंत प्रभाव से काटा जाएगा। किसी भी प्रोपर्टी में सीलिंग करने के बाद संपत्ति मालिक नियमों का उल्लंघन करता है तो उस प्रोपर्टी का बिजली, पानी व सीवर कनेक्शन तुरंत प्रभाव से काटने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उपायुक्त के कड़े तेवरों से भूमाफियाओं में जबरदस्त बेचैनी और हडक़ंप का माहौल बन गया है।
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