सोहना अशोक गर्ग मुस्लिम समाज ईद के त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाते है ईद के त्यौहार को लेकर बाजारों में खरीदारी करते हैं शहर के मुख्य बाजारों में मुस्लिम समाज के लोग अपने त्यौहार को बड़े ही
हर्षोल्लास से मनाने के लिए बाजार में आकर विभिन्न प्रकार के सामान की बिक्री करते हैं व्यापारी वर्ग की दुकानों पर काफी संख्या में भीड़ बनी रहती है तथा शहर के मुख्य बाजार में रौनक दिखाई देती है लेकिन पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते विभाग द्वारा शहर के मुख्य बाजारों में पुलिस जवानों की कोई तैनाती नहीं की गई है चाहे कोई भी अप्रिय घटना हो जाए भीड़ के कारण कोई ना कोई अप्रिय घटना होने का डर रहता है जब पुलिस प्रशासन मौके पर नहीं मिलेगा तो कोई भी बदमाश किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकता है पुलिस प्रशासन त्यौहार के मौके पर भीड़ ज्यादा होने पर भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है जब पुलिस प्रशासन पर कोई वारदात होने की सूचना मिलती है उस दौरान प्रशासन हरकत में आकर आगामी कार्रवाई करने की शुरुआत करता है इससे पहले पुलिस प्रशासन बाजार में हो रही भीड़ के प्रति गंभीर नहीं है जिसका नुकसान आम नागरिक या व्यापारी को उठाना पड़ सकता है ज्यादा भीड़ होने के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है लोग अपने आप ही जाम की समस्या से जूझते हुए मुकाबला करते हैं पुलिस प्रशासन कोई अपना रोल नहीं अदा करता है ना ही किसी पुलिस प्रशासन की चौराहों पर तैनाती की जाती है कि आने-जाने वालों पर ध्यान रखा जाए शहर के मुख्य बाजारों में आम नागरिक अपने मन मुताबिक चल रहा है पुलिस प्रशासन का कोई ध्यान ना देने के कारण लोग अपनी मनमर्जी से कार्य कर रहे हैं शहर के मुख्य बाजारों में अवैध तरीके से वाहन चालक अपनी गाड़ी को जहां चाहे वहां खाली जगह पर खड़ी करके खरीदारी करने या अपने निजी काम के लिए चला जाता है जब तक गाड़ी खड़ी रहती है जब तक की व्यक्ति अपने काम को पूरा करके नहीं आ जाता ऐसा होने से शहर के मुख्य बाजारों में चारों तरफ जाम ही जाम लोगों को देखने के लिए मिल रहा है सरकार कितना भी संबंधित विभाग के अधिकारियों को लोगों की समस्या का समाधान करने के लिए अथक प्रयास करें लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी लोगों की समस्या के प्रति गंभीर ना होकर अपने कार्यालय में रहना उचित समझते हैं चाहे लोग कितना भी परेशान क्यों ना हो उन्हें कोई लेना देना नहीं है समाचार पत्र के माध्यम से संबंधित विभाग के कर्मचारी अधिकारियों की सच्चाई को उजागर करले लेकिन जिला प्रशासन अधिकारियों के बारे में उजागर की सच्चाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है जिसकी वजह से अधिकारीगण अपने मनमर्जी के लोगों के कार्य करते हैं ऐसा भाजपा की सरकार में भी हो रहा है जबकि भाजपा सरकार कहती है कांग्रेस राज में भ्रष्टाचार का बोलबाला था लेकिन यह नहीं पता कि भाजपा के सरकार में भी गुप्त रूप से भ्रष्टाचार फैला हुआ है जिसकी रोकथाम करना भाजपा की सरकार के बस में भी नहीं है
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