किसानो को आत्मनिर्भर बनाने के लिए फलदार पौधे काफी कारगर

Khoji NCR
2021-07-18 09:49:12

नारनौल -विपिन कुमार किसान की आमदनी बढाने व किसानो को आत्मनिर्भर बनाने के लिए फलदार पौधे काफी कारगर साबित हो सकते है।एक विशेष बातचीत में सिंचाई विभाग गुरूग्राम के अधीक्षण अभियंता एवं दिल्ली

आईआईटी के एलुमिनाई डा. शिवसिंह रावत ने बताया कि हमें अपने जीवन को बचाने के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लगातार कारगर कदम उठाने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण व उनका सही तरीके से संरक्षण करना चाहिए जब तक पौधे पेड न बन जाए।उन्होंने बताया कि अपने इसी उदेश्य व मिशन को पूरा करने के लिए विभिन्न गैर सरकारी संगठनों व कंपनियों के सहयोग से जिला फरीदाबाद व पलवल के 60 गांवों में दो लाख से अधिक फलदार पौधे निशुल्क वितरित कर चुके है।उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ इलाके के गिरते भूजल स्तर को रोकने के लिए फलदार पौधे अहम भूमिका निभाते है।उन्होंने बताया कि पफलदार पौधे लगाने से एक ओर किसानों की आमदनी दाुगुनी होगी वहीं दूसरी ओर गरीबी हटेगी तथा किसान आत्मनिर्भर बनकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर आने वाली पीढी को सही प्रेरणा दे सकेगे।उन्होंने बताया कि इस साल तीन लाख से अधिक उच्चगुणवता वाले फलदार पौधे पलवल,फरीदाबाद व गुरूग्राम सहित विभिन्न जिलों में निशुल्क वितरित करने का लक्ष्य रखा है। जल संसाधन प्रबंधन में आस्टृेलिया द्धारा इण्टरनेशनल एक्सीलेंस अवार्डस 2021 से नवाजे जा चुके डा. शिवसिंह रावत ने बताया कि जलवायु परिवर्तन रोकने व जल संरक्षण में भी फलदार पौधे काफी कारगर साबित हो रहे है।उन्होंने बताया कि अपने पर्यावरण संरक्षण व जल संरक्षण अभियान को सफल बनाने के लिए गैर सरकारी संगठन केबीसी वेलफेयर सोसायटी पलवल, सस्टेनेबल ग्रीन इनीशियट वन टृी प्लाण्टेड हीरो मोटोकाॅर्प नगारा एवं सेटृीज का सहयोग ले रहे है।उन्होंने बताया कि बारिश के पानी को बचाने एवं संरक्षित करने के लिए विभिन्न गांवों व जिलों में पर्यावरण रैली व जल पंचायतों का भी आयोजन कर चुके है।नहरो की छोर तक सिंचाई पानी उपलब्ध कराने के लिए डा. शिवसिंह रावत को किसान सम्मान पत्र से भी सम्मानित किया जा चुका है।

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