बावल के रेस्ट हाउस परिसर में सहकारिता मंत्री में किया पौधारोपण

Khoji NCR
2021-07-17 11:36:20

सभी से पौधे लगाने की अपील धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी। पर्यावरण को शुद्ध बनाने व अपने आस - पास के वातावरण को हरा-भरा बनाए रखने के लिए हमें पौधारोपण अवश्य करना चाहिए ताकि शुद्ध आक्सीजन भरपूर मात्

ा में मिलती रहें। मत विचार शनिवार को सहकारिता मन्त्री डा. बनवारी लाल ने बावल रैस्ट हाउस परिसर में पौधा रोपण करने के बाद व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिये पेड़ पौधों का होना बहुत जरूरी है। इसलिए हम सबको कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिये और उसको पाल-पोस कर बडा करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को अपने घरों में होने वाले जन्मदिन, विवाह, सालगिरह आदि समारोह के उपलक्ष में पौधारोपण करना चाहिए और लगाए गए पौधों की देखभाल करनी चाहिए। पौधा रोपण के लिए सभी इसमें अपना सहयोग दें और इसे जन आंदोलन का रूप देकर विशेष मुहिम के तहत जिले को हराभरा करने का संकल्प लें। मन्त्री ने कहा कि यदि हम अधिक से अधिक पेड़ लगाऐगें तो इससे हमारा पर्यावरण दूषित होने से बच सकता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण दूषित होने के कारण हमें अनेक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए और इन पेड़ पौधों की देखभाल भी अवश्य करें। डा. बनवारी लाल ने कहा कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने हम सभी को यह दिखा दिया कि आक्सीजन की हमें कितनी अधिक जरूरत होती हैं। उन्होंने कहा कि पेड-पौधें कार्बनडाइऑक्साइड को ग्रहण करतें हैं और मनुष्य के लिए आक्सीजन देते हैं, इसलिए हमें आक्सीजन की महता को समझते हुए ज्यादा से पौधे लगाने चाहिए और उन्हे पाल-पोश कर बडा करने चाहिए ताकि हमारी भावी पीढी को आक्सीजन की कमी महसूस ना होने पायें। उन्होंने कहा कि शहरों में खुली जगह कम होने के कारण हमें पौधारोपण करने के लिए कम जगह में ज्यादा पौधे लगाने के लिए मियावाकी पौधारोपण तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इस तकनीक के अंतर्गत एक छोटी जगह पर ही ज्यादा गहरे पौधे लगाकर उसे एक प्रकृतिक जंगल का स्वरूप दिया जाता है। उन्होने कहा कि मियावाकी पौधारोपण मॉडल आज शहरी क्षेत्रों के लिए एक रामबाण कार्बन उत्सर्जन का पेड़ों के मार्फत कम करने का उत्तम तरीका है। इस तकनीक से बहुत छोटी जगह पर गहरे पौधे लगाकर हवा में उड़ रहे कार्बन को कम किया जा सकता है।

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