सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना के गांव घंघौला में रहने वाले सैकड़ों ग्रामीण बृहस्पतिवार को सोहना जोन के पुलिस उपायुक्त संदीप मलिक और साउथ जोन के डीसीपी धीरज सेतिया से मिले और खुलासा किया कि सोहना
सदर पुलिस थाने में ग्यारह जुलाई को जो मुकदमा नंबर-131 दर्ज किया गया है, उसमें शिकायतकर्ता ने ग्रामपंचायत की एक पूर्व महिला सरपंच समेत कई युवकों को बेवजह नाजायज रूप में फंसाया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में रहने वाला एक व्यक्ति गांव की फिजा को खराब करने और आपसी भाईचारे को बिगाडऩे का काम कर रहा है तथा अपने निजी स्वार्थों से वशीभू होकर द्वेष भावना के चलते लोगों को झूठा फंसाने का काम कर रहा है। जिसे ग्रामीण किसी भी हालत में बर्दाश्त नही करेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि इस पूरे मामले की एसीपी रैंक अथवा अन्य किसी आला अधिकारी से जांच कराई जाए तो सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ जाएगी। ग्रामीणों ने ये भी आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता पक्ष के लोग इससे पहले भी कई झूठी शिकायतें कई लोगों के खिलाफ कर चुके है। जांच में शिकायत झूठी पाई गई। बावजूद इसके झूठी शिकायत करने वाला व्यक्ति अपनी हरकतों से बाज नही आ रहा है और अब गांव में ही रहने वाले दीपक, कुलदीप, संजू, चिंटू आदि समेत अनेकों लोगों के झूठे नाम शिकायत में लिखवाए गए है। ग्रामीणों ने साफ कहा कि यदि इनमें से कोई भी युवक मामले में संलिप्त पाया जाए तो उन्हे फांसी पर चढ़ा दिया जाए और जांच के दौरान नाम झूठे पाए जाए तो आरोपी के खिलाफ सरकार कानूनी कार्रवाई करने का काम करे। ग्रामीणों ने साफ-सपाट लहजे में कहा कि जब तक उन्हे न्याय नही मिलेगा, वह हर्गिज चुप नही बैठेंगे। यदि इस मामले में उन्हे आला अधिकारियों का दरवाजा भी खटखटाना पड़ा तो इंसाफ पाने के लिए आला अधिकारियों से मिला जाएगा।
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