सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर शहरी क्षेत्र के साथ-साथ आसपास लगते गांवों में बीते कई दिनों से मोबाइलों में सही नेटवर्क ना आने और इंटरनेट का अधिक बिल गरीब वर्ग के विद्यार्थियों पर भारी पड़ रहा है।
इंटरनेट के अधिक खर्चे और मोबाइलों में नेटवर्क ना आने से ऑनलाइन कक्षा ले रहे विद्यार्थी कक्षा छोडऩे पर मजबूर हो रहे है। हालांकि शिक्षकों व अधिकारियों के माध्यम से कुछ विद्यार्थियों के फोन रिचार्ज करवा दिए जाते है लेकिन बड़ी तादाद में अभिभावक ऐसे है, जो फोन व इंटरनेट का खर्च नही उठा पा रहे है। जिससे ना केवल अभिभावक परेशान है तो सबसे ज्यादा परेशानी छात्र-छात्राओं को उठानी पड़ रही है क्योकि स्कूल बंद पड़े है। मोबाइलों में नेटवर्क ना आने से ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा आ रही है और छात्र-छात्राएं चाहकर भी ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से पढ़ाई नही कर पा रहे है। कोरोनाकाल में एक बार सरकार ने स्कूल खोलने का प्रयास भी किया लेकिन अलग-अलग जिलों में कोरोना संक्रमण मामले स्कूलों में सामने आने और काफी शिक्षकों व विद्यार्थियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने को देख कोविड-19 के बढ़ते खतरे को भांप स्कूल दोबारा से बंद कर दिए गए है। जिसके बाद से ऑनलाइन कक्षाएं चल रही है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाप्रधान दुष्यंत ठाकरान की माने तो कक्षा पहली से 5वीं तक के विद्यार्थियों को ऑनलाइन जोडऩा किसी चुनौती से कम नही है। अभिभावकों के पास भी बच्चों के लिए इतना समय नही है कि वह स्कूल से ऑनलाइन दिए जा रहे होमवर्क को बच्चों से करवाए। बढ़ते इंटरनेट के खर्चे का कारण भी एक बड़ी बाधा बन रहा है। विशेष बात ये है कि स्पेशल श्रेणी वाले बच्चों को ऑनलाइन कक्षा के साथ जोडऩा काफी मुश्किल हो रहा है। कई बच्चों के अभिभावक फोन रिचार्ज नही करा पा रहे है क्योकि 600 से 1000 रुपए महीने का हर महीने इंटरनेट खर्चा आ रहा है। जिसे उठाने में काफी अभिभावक सक्षम नही है। यहां पर शहरी क्षेत्र के साथ-साथ आसपास लगते गांव रायसीना, दौहला, जक्खोपुर, लोहटकी, बहल्पा, सिरसका, सांपकीनंगली, सोहनाढाणी, धुनेला, गढ़ीमुरली, भोगपुरमंडी, सिलानी, जोहलाका, बिल्हाका, टैढड़़बादशाहपुर समेत विभिन्न गांवों में रहने वाले मोबाइल उपभोक्ताओं ने बताया कि उनके मोबाइलों में बीते कई दिनों से सही नेटवर्क नही आ रहे है। जिससे वह समय पर ना तो वह अपने मोबाइलों पर मिलने वाला नेट डाटा प्रयोग कर पा रहे है और ना ही सही से बात हो पा रही है। मोबाइलों पर चल रही ऑनलाइन कक्षाएं भी प्रभावित हो रही है क्योकि नेटवर्क ना आने से छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पढ़ाई नही कर पा रहे है। काबिले गौर यह है कि सोहना ब्लॉक में कक्षा पहली से 12वीं तक के बीस हजार 197 बच्चे स्कूल बंद होने से घरों में ही बैठकर ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे है, जिनमें कक्षा पहली से पांचवी तक के 8599 विद्यार्थी और कक्षा छठी से आठवीं तक के 5898 विद्यार्थी तथा कक्षा नौवीं से 12वीं तक के करीब छह हजार विद्यार्थी शामिल है, जो शहरी व ग्रामीण क्षेत्र
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