सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना सीआईए पुलिस ने बैंकों में खाते खोलने के नाम पर फर्जी बैंक खाते खोलकर लोगों से पैसे ठगने वाले गिरोह के 2 आरोपियों मोईन खान निवासी गांव रोजकामेव, जिला नूंह मेवात तथा जुन
ेद मूल निवासी भरतपुर, राजस्थान हालआबाद सोहना को अदालत से रिमांड पर लाने के बाद जब कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी पुलिस के आगे तोते की तरह बोलने लगे और खुलासा किया कि वह ठगी का यह धंधा सात महीनों से कर रहे है। अभी तक 25 लोगों को अपना शिकार बनाकर उनके बैंक खातों से लाखों रुपए निकाल चुके है। सोहना सीआईए पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार की माने तो पुलिस ने रिमांड अवधि के दौरान पूछताछ के बाद आरोपियों की निशानदेही पर 25 हजार की नकदी बरामद करने में कामयाबी पाई है। आरोपियों से अभी कड़ाई से पूछताछ चल रही है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन लोग उनके साथ शामिल है? कहां-कहां के रहने वाले है और वह ठगी करने के लिए कैसे लोगों को अपना शिकार बनाते थे तथा ठगी किए जाने के लिए कौन-कौन सा कार्यक्षेत्र उन्होने बनाया हुआ था। एसीपी क्राईम प्रीतपाल सिंह सांगवान के अनुसार सोहना सीआईए पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह को मुखबिर से सूचना हाथ लगी कि शहर में बसअडडे के सामने एचडीएफसी बैंक के एटीएम पर बैंकों में फर्जी खाते खुलवाने वाले गिरोह के 2 बदमाश नकदी निकालने के लिए आने वाले है। सूचना को सही मान उन्होने सीआईए पुलिस थाने में कार्यरत सहायक सबइंस्पेक्टर दीपचंद फौगाट की अगुवाई में एक छापामार टीम गठित कर घेराबंदी डाल आरोपियों को पकडऩे के निर्देश दिए। जिस पर छापामार टीम बताए गए स्थान पर पहुंच गई और वहां एटीएम से नकदी निकाल रहे आरोपी व उसके साथी को पकड़ लिया। पुलिस का कहना है कि मोईन के पास से तलाशी में 2 डेबिटकार्ड मिले है, जिनमें से एक गौतम कुमार तो दूसरा राजीवदास के नाम से पाया गया है। जुनेद के पास से भी बरामद किए गए दो डेबिटकार्डों में एक केनरा बैंक का शैलेन्द्र प्रजाति के नाम से तथा दूसरा आईडीएफसी फास्ट बैंक का सचिन के नाम से मिला है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर आरोपियों को सीआईए पुलिस को सौंप दिया। सोहना सीआईए पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों बदमाशों से धोखाधड़ी के अन्य कई मामले उजागर होने की संभावना है। पुलिस की माने तो आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह ठगी का यह धंधा सात महीनों से कर रहे है। अभी तक 25 लोगों को अपना शिकार बनाकर उनके बैंक खातों से लाखों रुपए निकाल चुके है। सोहना सीआईए पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार की माने तो पुलिस ने रिमांड अवधि के दौरान पूछताछ के बाद आरोपियों की निशानदेही पर 25 हजार की नकदी बरामद करने में कामयाबी पाई है। आरोपियों से अभी कड़ाई से पूछताछ चल रही है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन लोग उनके साथ शामिल है? कहां-कहां के रहने वाले है और वह ठगी करने के लिए कैसे लोगों को अपना शिकार बनाते थे तथा ठगी किए जाने के लिए कौन-कौन सा कार्यक्षेत्र उन्होने बनाया हुआ था।
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