सोहना में बंद का दूर-दूर तक नजर नही आया असर-प्रशासन ने ली राहत भरी सांस-सोहना, बादशाहपुर व भौंड़सी के बाजार पूरी तरह रहे खुले-रोडवेज की बसें भी अन्य दिनों की भांति बेरोकटोक चलती नजर आई सोहना,(उम
श गुप्ता): केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए खेती कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन और आंदोलनरत किसानों के मंगलवार को भारत बंद में भाजपा विरोधी दलों कांग्रेस, एनसीपी, टीएमसी, डीएमके, समाजवादी पार्टी, टीआरएस और वामपंथी दलों समेत कई पार्टियों के समर्थन के बावजूद सोहना शहर में भारत बंद का मंगलवार को दूर-दूर तक कोई असर नजर नही आया। बसअडडे पर बसों की आवाजाही अन्य दिनों की भांति जारी रही तो तमाम सरकारी व निजी कार्यालय भी पूरी तरह खुले रहे। नौकरीपेशा लोग भी अन्य दिनों की भांति अपनी डयूटी पर जाते दिखाई पड़े। यहां पर मंगलवार को भी बाजार रोजाना की तरह ही खुले। सब्जी की थोक व खुदरा मंडी भी खुली नजर आई तो बाजार में सभी दुकानें भी नियमित रूप से खुली रही। इतना जरूर रहा कि गल्ला आढ़ती व्यापारी एसोसिएशन से जुड़े तमाम गल्ला व्यापारी और आढ़तियों ने भारत बंद के दौरान किसानों के चलाए जा रहे आंदोलन का समर्थन करते हुए अपनी दुकानें बंद रखी। ना तो कोई फसल खरीदी गई और ना ही कोई सामान बेचा गया। गल्ला आढ़ती व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर धरना लगाया और सरकार विरोधी नारेबाजी की। भारत बंद के दौरान यहां किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग बाजार में आकर व्यापारियों से बंद का आहवान करने की बजाय अपने घरों में ही दुबके रहे। हालांकि किसी भी तरह के हालातों से निपटने के लिए प्रशासन आज पूरी तरह मुस्तैद नजर आया। पुलिस की बार-बार बाजार में गश्त होती रही लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए खेती कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन का कोई भी नेता अथवा किसान ना तो कही नजर आए। ना ही यहां पर क्षेत्र में कही भी विरोध हुआ। ऐसे में जहां भाजपा विरोधी दलों के नेता कुछ भी कहने से बचते नजर आए, वही हलका विधायक संजय सिंह, भाजपा नेता राकेश जैन, जजपा नेता चौधरी रोहताश रिठौजिया, युवा जजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विनेश गुर्जर आदि समेत जागरूक लोग भारत बंद का सोहना क्षेत्र में कही भी विरोध ना होते देख यह कहते नजर आए कि आज का किसान जागरूक बन गया है। अब वह भोलाभाला किसान नही रहा है, जो किसी के झूठे बहकावे व छलावे में आ जाए।
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