सोहना,(उमेश गुप्ता): सीआईए पुलिस ने मुखबिर से मिली एक सूचना के आधार पर एक महिला से 885 ग्राम गांजा तथा 14 बोतल बीयर बरामद होने पर युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ी गई महिला की पहचान रामराय देवी मूल
िवासी गांव धनकोल, जिला दरभंगा, बिहार, हालआबाद झुग्गी-झोपड़ी गांव तिगरा के रूप में हुई है। बताया गया है कि यह महिला अपने परिचित व्यक्ति से गांजा खरीदकर पिछले 2 महीनों से खोखों, झुग्गी-झोपडिय़ों और वाहन चालकों को गांजे की पुडिय़ा बेचकर मोटी कमाई कर रही थी। एसीपी प्रीतपाल सिंह सांगवान के अनुसार सीआईए पुलिस को मुखबिर खास से सूचना हाथ लगी कि एक स्थान पर एक महिला खड़ी हुई है। जिसके पास गांजा है। यदि फौरन छापेमारी की जाए तो उसे गांजे के साथ रंगे हाथों पकड़ा जा सकता है। जिस पर सीआईए पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंच गई और घेराबंदी डाल जब वहां खड़ी महिला को ललकारा तो पुलिस को देख महिला भागने लगी लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस टीम ने भागती महिला को दबोच लिया और जब उसकी तलाशी ली तो उसके पास प्लास्टिक पन्नी में गांजा भरा मिला। जिसे तुलवाए जाने पर उसका वजन 885 ग्राम मिला। पूछताछ के दौरान महिला ने अपना नाम रामराय देवी मूल निवासी गांव धनकोल, जिला दरभंगा, बिहार, हालआबाद झुग्गी-झोपड़ी गांव तिगरा बताया और खुलासा किया कि वह इस गांजे को पुडिय़ा बनाकर वाहन चालकों को बेचने की फिराक में थी। जागरूक लोगों का कहना है कि पुलिस आए दिन जगह-जगह गांजा पकड़ रही है। लोग भी पकड़ में आ रहे है लेकिन फिर भी प्रभावी तरीके से गांजा बिक्री पर रोक नही लग रही है। जिससे जाहिर है कि मेवात और साइबर सिटी समेत एनसीआर क्षेत्र में गांजा की बिक्री और खरीद-फरोख्त को लेकर कई गिरोह सक्रिय है, जो आए दिन पुलिस की नजरों से बचने के लिए अपने ठिकाने बदल-बदल कर गांजे की सप्लाई कर रहे है और युवाओं को पथभ्रष्ट बनाकर नैतिक पतन कर रहे है क्योकि जो व्यक्ति एक बार गांजा, सुल्फा की चपेट में आ जाता है, उसे ऐसी लत लग जाती है कि वह बिना गांजा, सुल्फा के रह नही पाता। लोग उसे नशेड़ी कहकर छेड़ते है लेकिन वह समाज में हो रही बदनामी के बावजूद इस लत को नही छोड़ पाता है। यदि पुलिस प्रशासन गांजा सप्लाई करने वालों से पकड़ में आने पर पूछताछ के दौरान उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का काम करे तो ही उस पर कुछ हद तक रोक लग सकती है।
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