नए कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद, अधिकतर राज्यों में दिखा मिला जुला असर

Khoji NCR
2020-12-08 08:07:41

नई दिल्ली, । नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर पिछले 12 दिनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज 'भारत बंद' का आह्वान किया है। देश के अधिकतर राज्यों में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला है

कहीं से भी बड़े उपद्रव की जानकारी सामने नहीं आई है। कुछ राज्यों को छोड़कर देश भर में सुबह के पीक-आवर ट्रैफिक मूवमेंट सामान्य रहा। दिल्ली और अन्य कई राज्यों में सब्जी मंडियों में आंशिक ' प्रभाव देखने को मिला। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इस बंद का समर्थन कर रहे हैं। बता दें कि किसानों और केंद्र सरकार के बीच इसे लेकर कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। किसान यूनियनों ने कहा है कि वे सरकार द्वारा प्रस्तावित किए जा रहे कृषि कानूनों में संशोधन से संतुष्ट नहीं हैं। दोनों के बीच कल (बुधवार) को फिर बातचीत होनी है। किसान नेताओं ने कहा है कि किसी को भी बंद में शामिल होने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। लगभग सभी विपक्षी दलों और कई ट्रेड यूनियनों ने 'भारत बंद' और किसानों का समर्थन करने का फैसला किया है। इसके मद्देनजर केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सुरक्षा कड़ी करने और कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। - दिल्ली: किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। - केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हर चीज पर लोगों को गुमराह करना, देश की छवि को बदनाम करने की साजिश करना विपक्षी दलों का पुराना तरीका रहा है। अपने शासन काल में कांग्रेस, एनसीपी, अकाली दल, लेफ्ट पार्टियां इस तरह के बिल का सीना ठोक कर समर्थन करती रही हैं - किसानों ने लागत के लिए अतिरिक्त मूल्य की मांग की थी और हम उन्हें लागत से 50% ऊपर दे रहे हैं। कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में कभी कोई पेशकश नहीं की। यह देने वाले पीएम मोदी हैं। विपक्ष जो इन कानूनों को वापस लेने के लिए कह रहा है वह पाखंडी है क्योंकि उन्होंने सत्ता में रहते हुए कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट पारित किया था। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इन कानूनों को लाने की बात कही थी। - राजस्थान: राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जयपुर में ट्रैक्टर चलाकर भारत बंद का समर्थन किया। परिवहन मंत्री ने कहा, 'केंद्र को समझना चाहिए कि उनका ज़ुल्म, तानाशाही ज़्यादा नहीं चलेगी। किसान विरोधी कानून वापस लेने पड़ेंगे, तमाम विपक्षी पार्टियां इनके विरोध में हैं। - केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानून देश के किसानों को खत्म कर देंगे। उत्तर भारत में किसानों ने बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू कर दिया है और आज भारत बंद की घोषणा की है। मुंबई डब्बावाला एसोसिएशन बंद का समर्थन करता है। मुंबई डब्बावाला एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष तालेकर ने यह बात कही है।

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