पृथ्वी पर पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए वन अत्यंत महत्वपूर्ण: अंजलि जैन

Khoji NCR
2021-07-03 11:55:57

धरती पर जीवन जीने के लिए वृक्ष अति आवश्यक :अंजलि जैन नारनौल एनसीआर हरियाणा (अमित यादव)÷ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि कुमार सोंधी के दिशा निर्देशानुसा

व भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से आज महिला महाविद्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंजलि जैन ने शिरकत की। मुख्यातिथि अंजलि जैन ने कार्यक्रम में उपस्थित स्टाफ सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि पृथ्वी पर पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए वन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वनों की कटाई की वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए हमें अपनी ओर से अपना योगदान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि धर्म शास्त्रों में वृक्षारोपण को बहुत ही पुण्यदायी कार्यक्रम की संज्ञा दी गई। धरती पर जीवन जीने के लिए वृक्ष अति आवश्यक हैं। इस मौके पर प्रधानाचार्य आरपी सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए तथा अपने आसपास के लोगों को भी पौधा लगाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि पौधारोपण करने के बाद जब तक वह बड़ा नहीं हो जाता तब तक उसकी निरंतर देखरेख करते रहें। इस मौके पर बैंक के शाखा प्रबंधक हरिओम ने बताया कि स्टेट बैंक दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय कार्यालय रेवाड़ी की ओर से 7000 वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर स्टेट बैंक से अनिल यादव, संजीव कुमार, करण सिंह व महाविद्यालय का स्टाफ मौजूद था। वृक्षों का महत्व नारनौल। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंजलि जैन ने कहा कि वृक्षों के बिना धरती कैसी होगी, यह हम किसी मरुस्थलीय प्रदेश के दर्शन करके सहज ही समझ सकते हैं । वृक्ष हमारे लिए अनेक प्रकार से लाभदायक हैं । गर्मी की तपती दोपहर में वृक्षों की शीतल छाया का सुख तो वृक्षों से ही प्राप्त हो सकता है । छाया के अलावा वृक्षों से फल - फूल , जड़ी - बूटी, इमारती लकड़ी एवं ईंधन आदि अनेक आवश्यक सामग्रियां हमें प्राप्त होती हैं । वृक्षों से वायु प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने में मदद मिलती है। वनों से मानसून का चक्र भी संयमित होता है तथा मृदा के क्षरण पर भी रोक लगती है और जल संरक्षण भी संभव होता है । बेल और पीपल जैसे वृक्षों को पवित्र माना जाता है । लोग पवित्र वृक्षों की पूजा करते हैं । बाढ़ की विभीषिका को रोकने तथा मिट्टी को उर्वर बनाये रखने में वृक्षों का अमूल्य योगदान है । हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए और प्राकृतिक सौंदर्य तथा स्वास्थ्य का उपहार इन वृक्षों से प्राप्त करना चाहिए ।

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