कोरोना से मरे दंपति के बच्चों को मदद में आगे आए शिक्षक-दी दस लाख की आर्थिक सहायता

Khoji NCR
2021-07-01 11:16:05

सोहना,(उमेश गुप्ता): कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यहां पर माडल संस्कृति राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय में कार्यरत शिक्षक योगेश कुमार और उनकी धर्मपत्नी निधि राघव की हुई मौत के बाद दो छोट

बिटियाओं की आर्थिक मदद के लिए शिक्षक वर्ग आगे आया है। यहां पर जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन, स्थानीय माडल संस्कृति राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय में कार्यरत प्रधानाचार्य सुरेन्द्र वर्मा, अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय संगठन सचिव विनोद ठाकरान, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्यमहासचिव तरूण सिहाग, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाप्रधान दुष्यंत ठाकरान, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामहासचिव अशोक कुमार, सोहना खंड के प्रधान अशोक कादियान, बलविंदर धारीवाल, शिवकुमार शर्मा ने शिक्षकों के सहयोग से आपस में पैसा एकत्रित कर आज इस मृत शिक्षक दंपति की दोनों पुत्रियों के नाम 5-5 लाख रुपए की एफडी कराकर दस लाख रुपए का आर्थिक सहयोग पीडि़त परिवार को देने का सराहनीय कार्य किया है। इस कार्य में सोहना ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी धर्मपाल और लगभग सभी शिक्षकों का सराहनीय सहयोग रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से सोहना के गांव खेड़ला के रहने वाले 36 वर्षीय योगेश कुमार पेशे से शिक्षक थे उनकी धर्मपत्नी 32 वर्षीय निधि राघव भी मेवात माडल स्कूल तावडू में गणित विषय के शिक्षक के रूप में कार्यरत थी, जिनको एक महीने बाद प्रसूति होनी थी लेकिन इसी बीच निधि राघव बीमार हो गई। जिन्हे उपचार के लिए एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां कोविड टैस्ट कराए जाने पर निधि राघव कोरोना संक्रमित मिली। जिनकी निजी अस्पताल में उपचार के दौरान ही दस दिन पहले मौत से पहले वेंटीलेटर पर ही रहते उनकी डिलीवरी की गई। इसी दौरान उनकी मौत हो गई। पत्नी और नवजात दोनों की एक साथ मौत वाला सदमा उनके पति योगेश राघव सहन नही कर पाए और तभी से अंदर ही अंदर पत्नी के वियोग में घुटते रहे। इसी घुटन के चलते अचानक सदमे से उनका भी निधन हो गया। यह शिक्षक दंपति अपने पीछे 2 छोटी बेटियों को छोड़ गए है। आज भी परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों का कहना है कि जिस दिन से निधि राघव की मौत हुई, उसी दिन से मास्टर योगेश कुमार राघव गुमशुम से हो गए। उन्हे अपनी धर्मपत्नी निधि राघव और नवजात की मौत से इतना सदमा लगा कि दस दिन के भीतर उन्होने भी अपने प्राण त्याग दिए। शिव कॉलोनी में रहने वाले लाला नारायणदास गर्ग, अग्रवालसभा के पूर्व उपाध्यक्ष ताराचंद गर्ग, डाक्टर एसपी राठौर, दिनेश गर्ग, भाजपा नेता दिनेश गुप्ता, नवीन गर्ग एडवोकेट, नरेन्द्र यादव, बाबू जती सिंगला आदि जागरूक लोगों का कहना है कि पत्नी निधि राघव और नवजात की मौत का सदमा सहन ना कर पाने पर पत्नी की मौत के वियोग में मास्टर योगेश कुमार को इतना सदमा लगा कि शायद हृदय गति रूकने से उन्होने भी अपने प्राण त्याग दिए। ऐसे में शिव कॉलोनी और आसपास क्षेत्र ही ही पूरे शहर और क्षेत्र में पहले निधि राघव और उनके पति मास्टर योगेश राघव के एक-दूसरे के प्रति लगाव और पति-पत्नी के संबंधों और भावनात्मक लगाव पर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी। पूर्व नगरपार्षद ओमप्रकाश सैनी का कहना है कि इस दंपति ने ‘साथ जिएंगे-साथ मरेंगे’ वाली लोक कहावत को चरितार्थ कर दिखाया। इससे जाहिर है कि इस दंपति के बीच में कितना अटूट प्रेम था कि धर्मपत्नी की मौत के दस दिन बाद मास्टर योगेश राघव ने भी पत्नी वियोग में अपने प्राण त्याग दिए। एक ही परिवार में पहले पत्नी की मौत और फिर उसके दस दिन बाद पति की मौत से इस दंपति के आपसी प्यार की चर्चा आज भी यहां हर किसी की जुबान पर देखने-सुनने को मिल रही है।

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