सोहना,(उमेश गुप्ता): अरावली पर्वत की श्रंखलाओं से घिरे सोहना में गर्मी की तपन का असर दुधारू पशुओं पर पडऩे लगा है। जिस कारण दुग्ध उत्पादन में आई कमी के चलते यहां पर दूध के दामों में जबरदस्त उछाल
गया है। ऐसे में अब यहां पर दूध का दाम 60 रुपए से बढक़र 80 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है। दूध में पानी के साथ-साथ मिलावट भी बढ़ गई है। जिससे लोग परेशान है और कह रहे है कि दूध बेचने की आड़ में दूधिया और पशुपालक मोटी कमाई कर रहे है। दूध निपनिया कहने के नाम पर पानी मिलाकर बेच रहे है तो दूधिया गांवों से दूध लेकर पहले उसमें क्रीम निकलवा रहे है और फिर उस दूध में पानी मिलाकर ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे है। पशु चिकित्सकों का मानना है कि गर्मी बढऩे से दुधारू पशुओं में हीट स्टोक हो गया है। जिस वजह से पशु दूध कम दे रहे है। पशुपालकों के अनुसार इस समय दूध दे रहे पशुओं को उनके मालिक बेचते भी नहीं है। दूध की किल्लत और बढ़ते दामों के कारण क्षेत्र में नकली दूध की बिक्री करने वालों की पौ बारह बनने लगी है। वहीं स्वास्थ्य के दृष्टिगत चिकित्सक दूध से बनने वाली मिठाइयों में मिलावट की आशंका के चलते मिठाई खाने से बचने की सलाह दे रहे है। बता दें कि पहले गर्मियों में दूध की किल्लत के चलते खोया, मावा बनाने, बेचने पर प्रशासन बंदिश लगा देता था और खोया, मावा बनाने, बेचने वालों पर छापे डाले जाते थे लेकिन इन गर्मियों में प्रशासन ने अभी तक भी खोया, मावा बनाने, बेचने पर बंदिश नहीं लगाई है। जिसका फायदा हलवाई जमकर उठा रहे है। ऐसे में दूध की किल्लत और ज्यादा बढ़ गई है।
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