सोहना,(उमेश गुप्ता): बिजलीनिगम सोहना रोड़ सबडिवीजन कार्यालय ने एक बिजली उपभोक्ता सुनील कुमार जैन को बिजलीनिगम की तरफ से 80 लाख रुपए का बिजली बिल मिला है। बिल डेढ़ वर्ष का बताया गया है। बिजली बिल
लाखों रुपए में आने से परिवार सदमे में आ गया है जबकि इस मामले में बिजलीनिगम के अधिकारी कुछ बोलने और मुंह खोलने से बच रहे है। पीडि़त का आरोप है कि वह बिजलीनिगम द्वारा उपलब्ध कराए गए इस बिल को लेकर ठीक कराने के लिए कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों के चक्कर लगा-लगाकर थक गए है लेकिन उनकी कही-कोई सुनवाई नही हो रही है। जिससे जाहिर है कि सरकार का अधिकारियों पर अंकुश नही रहा है। अफसरशाही चल रही है और अधिकारी सरकार की छवि धूमिल करने का काम कर रहे है। बिजली उपभोक्ता सुनील कुमार जैन ने बताया कि उनके मकान में उनके नाम से बिजली मीटर लगा हुआ है। उनके मकान का हर 2 महीने में 14 से 15 हजार रुपए महीने बिजली बिल आता था लेकिन अब उनका बिजली बिल अचानक 80 लाख रुपए का दिया गया है। जिसकी शिकायत लेकर वह बादशाहपुर गांव स्थित बिजलीनिगम के कार्यालय में जाकर निगम एसडीओ को मिले। बिजलीनिगम के एसडीओ व एक्सईएन ने भरोसा दिया कि आपका बिल कम्पयूटर सिस्टम में गड़बड़ी से गलत आ गया है। जल्द ही बिल सही करा दिया जाएगा। बिल को देखकर पहले तो उन्हे यकीन नही आया लेकिन जब उन्होने हाथ में पकड़े बिल को कई-कई बार जांचा तो बिजलीनिगम की तरफ से 80 लाख रुपए का मिलने पर उन्हे चक्कर आने लगे। वह तुरंत बिजलीनिगम के संबंधित सबडिवीजन अधिकारी को मिले और अपने को मिले बिजली बिल को दिखाया तो एक बार तो अधिकारी भी हैरानी में रह गए। उन्होने उनके आवास पर कर्मचारी भेजकर बिजली का स्वीकृत और चालू लोड चेक कराया। जिसके बाद उन्होने बताया कि आपका बिल कम्पयूटर सिस्टम में गड़बड़ी से गलत आ गया है। जल्द ही बिल सही करा दिया जाएगा लेकिन वह बार-बार बिजलीनिगम कार्यालय के चक्कर काटते हुए जूतियां घिस रहे है। बिल उनका अभी तक ठीक नही हो पाया है। इस मामले में बिजलीनिगम के मुख्य अभियंता केसी अग्रवाल का कहना है कि ऐसा कोई मामला अभी उनके संज्ञान में नही आया है। ऐसी कोई शिकायत मिली तो लापरवाही बरतने और उपभोक्ता को मानसिक रूप से प्रताडि़त करने वाले लापरवाह अधिकारियों, कर्मचारियों की पहचान कर उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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