नई दिल्ली,। Covid-19 3rd Wave: कोविड-19 मामले भारत में कम होने ज़रूर शुरू हुए, लेकिन कोरोना के नए रूप डेल्टा प्लस वैरिएंट ने एक बार फिर सबके दिलों में डर पैदा करना शुरू कर दिया है। हालांकि, देश में वैक्सीन ड्
राइव तेज़ी से चल रही है, लेकिन फिर भी अगर हमने एतियात नहीं बरते, तो मामल एक बार फिर गंभीर हो सकता है। भारत सरकार को यक़ीन है कि कोविड-19 की तीसरी लहर से हम सफलतापूर्वक बचाव कर लेंगे। नीती आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा, "अगर सभी लोग कोविड से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन करें, तो कोरोना वायरस की तीसरी लहर से बचा जा सकता है। वैक्सीन लगवाना और ज़िम्मेदार व्यवहार दिखाना तीसरी लहर को रोकने के लिए इस वक्त हमारा सबसे अच्छा दांव होगा। ऐसे कई देश हैं, जहां कोरोना की दूसरी लहर नहीं आई, अगर हम भी ज़िम्मदार बर्ताव करें तो हम भी उन देशों में से एक हो सकते हैं। यह दौर भी गुज़र जाएगा।" उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि अर्थव्यवस्था को और कैसे खोलना है, यह इस पर निर्भर करता है कि हम आने वाले दिनों में कितनी जल्दी वैक्सीन लगवा लेंगे। डॉ. पॉल ने कहा, " हमें अपने रोज़मर्रा के काम करने हैं, अपनी सोशल लाइफ को बनाए रखना है, स्कूल खोलने हैं, व्यवसाय खोलने हैं, अपनी अर्थव्यवस्था की देखभाल करने की आवश्यकता है; लेकिन यह सब हम तभी कर पाएंगे जब हम तेज़ गति से वैक्सीन लेंगे।" वैक्सीन लगवाने का सही समय भारत में टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के अध्यक्ष डॉ. एन.के. अरोड़ा ने कहा, कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर धीरे-धीरे कम हो रही है, इसलिए यह समय वैक्सीन लगवाने के लिए बेस्ट है। जन भागीदारी और जन जागरण टीकाकरण से जुड़े डर को ख़त्म करने के लिए ज़रूरी है। हमारी क्षमता ऐसी है कि हम आसानी से हर दिन COVID-19 वैक्सीन की 1.25 करोड़ खुराक आसानी से दे पाएंगे।
Comments