सोहना अशोक गर्ग शहर के मुख्य बाजारों में अवैध तरीके से खड़ी गाड़ियों के चलते जाम की स्थिति दिन प्रतिदिन पार्किंग स्थल का रूप लेती जा रही है स्थानीय प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए
है जिसका खामियाजा आम नागरिकों उठाना पड़ रहा है गाड़ी चालक अपनी गाड़ी को अपने मन मुताबिक शहर के मुख्य बाजारों में खड़ी कर देता है गाड़ी जब तक खड़ी रहती है जब तक कि वह बाजार से अपनी निजी कार्य नहीं कर लेता है अवैध तरीके से शहर के बाजारों में खड़ी गाड़ियों पर अंकुश लगाने के लिए नगर परिषद विभाग पुलिस प्रशासन पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है आम नागरिकों को पैदल तक भी निकलना कई बार मुश्किल हो जाता है लोगों को ऐसे लगने लगा है कि शहर के मुख्य बाजार गाड़ी खड़ी होने पर पार्किंग स्थल का रूप बन गया है एसडीएम सोहना ने शहर के मुख्य बाजारों में जाम की स्थिति आम नागरिकों को निजात दिलाने के लिए पार्किंग स्थल का स्थान भी निर्धारित कर दिया गया था लेकिन नगर परिषद विभाग की लापरवाही के चलते शहर में अवैध तरीके से खड़ी होने वाली गाड़ी पार्किंग स्थल में ना खड़ी होकर शहर के मुख्य बाजारों में हो रही हैं जिसके कारण जाम की स्थिति ने गंभीर रूप ले लिया है लेकिन पुलिस प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन शहर के बाजार में अवैध तरीके से खड़ी गाड़ियों पर अंकुश लगाने में लापरवाही कर रही है है स्थानीय प्रशासन सार्वजनिक कार्य को करने में कोई अमलीजामा पहनाना उचित नहीं समझते हैं क्योंकि शहर वासी समस्या को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है सोहना शहर अपने आप में एक लावारिस की तरह दिखाई देता है क्योंकि लोगों की शिकायत को संबंधित विभाग अधिकारी समाधान करने की बजाए चुप्पी साधे रहते हैं कोई भी अधिकारी लोगों की समस्या के प्रति गंभीर नहीं होते हैं जिसकी वजह से लोग शिकायत करना भी उचित नहीं समझते हैं क्योंकि उनके द्वारा दी गई शिकायत को ध्यान में ना देकर रद्दी की टोकरी में डालना उचित समझते हैं शहर वासियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी गृहमंत्री अनिल विज जिला उपायुक्त यश गर्ग आदि से गुहार लगाते हुए कहा है कि शहर के मुख्य बाजारों में बढ़ते अतिक्रमण अवैध तरीके से खड़ी गाड़ियों को पार्किंग स्थल पर ही खड़ी किए जाने की मांग की है जिसके कारण सोहना शहर के मुख्य बाजार अपने आप में एक सौंदर्य करण के रूप में लोगों को देखने के लिए मिल सके
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