बेसहारों का सहारा बनी सामाजिक संस्थाएं

Khoji NCR
2020-12-03 11:33:02

साहून खांन नूंह मातृत्व पोषण महिलाओं के जीवन मे बेहद महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह ने सिर्फ गर्भावस्था के दौरान मां की रक्षा करता है, बल्कि शिशु के तंदरुस्ती एवं उसके जीवन की आधारशिला रखता ह

। भारत मे स्वास्थ्य एवं पोषण की सेवाओँ के अभाव के कारण शिशु म्रत्यु दर एवं मातृत्व म्रत्यु दर में व्रद्धि को दर्शाता है की प्रत्येक 53 सेकंड में एक बच्चे की म्रत्यु आज भी होती है। माँ में पोषण की कमी आगे चलकर एनीमिया (खून की कमी) एवं कुपोषण का विकराल रूप धारण करती है ,जो कि भारत जैसे प्रगतिशील देश के लिए एक चिंतनीय विषय है । इसलिये ये अति आवश्यक है कि हम सब मिलकर ऐसे समाज का निर्माण करें जिसमे महिलाओं के स्वास्थ्य की खाश देखभाल हो। ताकि स्वास्थ्य बच्चों के द्वारा एक बेहतर भविष्य का निर्माण ( परिकल्पना) हो सके। सुकार्य संस्था इस दिशा में पिछले 20 वर्षो से लगातार प्रयासरत है ,जिसमे बर्डग्रुप का लगातार सहयोग सराहनीय एवं प्रसंशनीय है । माँ एवं शिशु में एनीमिया एवं कुपोषण रोकथाम हेतु संचालित परियोजना मेवात हरियाणा एवं अलवर राजस्थान के गांवों में सराहनीय कार्य कर रहा है। कोविड-19 महामारी जैसे संघर्षपूर्ण एवं चुनोती भरे समय मे परियोजना ने कोविड के बारे में गांव गांव में बचाव हेतु जानकारी एवं जागरूकता फैलाया , ओर हायजीन किट (मास्क , शॉप एवं सेनिटाइजर ) का वितरण किया ,जो कि प्रसंशनीय है ।बर्डग्रुप द्वारा सहायित परियोजना समुदाय एवं सरकार दोनों तरफ से बधाई के पात्र है । खाश तोर पर बर्डग्रुप की चेयरपर्सन श्रीमती राधा भाटिया जोकि लगातार दृढ़निष्ठा के साथ समाज को बेहतर बनाने के लिए सहयोग प्रदान कर रही है। हेडलाइन-

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