सरकार से वजीफा चाहिए तो देनी होगी दसवीं की बोर्ड परीक्षा : सुनील कुमारी

Khoji NCR
2021-06-14 09:05:16

सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर सीनियर सैकेंडरी गल्र्ज विद्यालय की प्रधानाचार्या सुनील कुमारी की माने तो चाहे हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा आतंरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित दसवीं के प

ीक्षा परिणाम में सभी बच्चे पास हो गए हैं। मेरिट के भी तमाम रिकार्ड टूट गए क्योंकि पहली बार बासठ हजार विद्यार्थियों ने 100 फीसद अंक प्राप्त किए हैं तो करीब छह हजार बच्चे 95 से 99 फीसद और नौ हजार बच्चे 90 से 95 फीसद अंक मिले है। इसके बावजूद इन विद्यार्थियों को स्कालरशिप (वजीफा) नहीं मिलेगी। स्कालरशिप के लिए उन्हे बोर्ड परीक्षा देनी होगी। इसके बाद शीर्ष स्थान पर रहने वाले बच्चों को ही स्कालरशिप दी जाएगी। उन्होने कहा कि भिवानी बोर्ड ने कोरोना संक्रमण से हालात सामान्य होने के बाद इसके लिए परीक्षाएं आयोजित कराने का निर्णय लिया है। सोलह लाख बच्चों के खाते में किताबों के लिए डाले जाएंगे 200 से 300 रुपए : यहां पर सीनियर सैकेंडरी गल्र्ज विद्यालय की प्रधानाचार्या सुनील कुमारी की माने तो इस बार सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को इस बार किताबें खरीदने के लिए 200 से 300 रुपये सीधे उनके खाते में डाले जाएंगे। वे अपने वरिष्ठ विद्यार्थियों से भी किताबें ले सकते हैं। उन्होने कहा कि कोरोना के चलते किताबें नहीं छपवाई जा सकी हैं। सरकार आज टेंडर निकालेगी तो किताबें छपने और विद्यार्थियों तक पहुंचाने में कम से कम तीन महीने लग जाएंगे। इसलिए शिक्षा निदेशालय ने निर्णय लिया है कि इस बार सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों के खातों में पैसे डाले जाएंगे। सीनियर सैकेंडरी गल्र्ज विद्यालय की प्रधानाचार्या सुनील कुमारी की माने तो अभी यह निर्णय नही हुआ है कि किस कक्षा के विद्यार्थियों के लिए कुल कितनी राशि किताबें खरीदने के लिए दी जाए। 16 लाख से अधिक विद्यार्थियों को किताबें उपलब्ध कराने के लिए चालीस करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।

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