सोहना,उमेश गुप्ता(पंजाब केसरी): वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर आशीष गुप्ता का कहना है कि ब्लैक फंगस एक फंगल संक्रमण है। यह उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है, जो दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से
ग्रसित है और दवाए ले रहे है। इससे उनकी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। यदि व्यक्ति के शरीर में यह फंगस अंदर चला जाता है तो उसके साइनस या फेफड़े को प्रभावित करता है, जिससे गंभीर बीमारी होने की संभावना रहती है। किसे होती है यह बीमारी : आर्टिमिस अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर आशीष गुप्ता का कहना है कि यह कॉविड-19 के डायबिटिक या अनियंत्रित डायबिटीज, जो स्टेरॉयड का इस्तेमाल कर रहे है तथा आईसीयू में अधिक समय तक भर्ती रहने से यह बीमारी हो सकती है। धूल भरे स्थानों में मास्क पहनकर, शरीर को पूरे वस्त्रों से ढककर, बागवानी करते समय हाथों में दस्ताने पहनकर और व्यक्तिगत साफ-सफाई रख कर इस बीमारी से बचा जा सकता है। ये लक्षण दिखाई देते ही डॉक्टर से ले परामर्श : आर्टिमिस अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि व्यक्ति के आंख और नाक में दर्द, आंख के चारों ओर लालिमा, नाक का बंद होना, नाक से काला या तरल द्रव्य निकलना, जबड़े की हड्डी में दर्द, चेहरे में एक तरफ सूजन, नाक तालु काले रंग का होना, दांत में दर्द, दातों का ढीला होना, धुंधला दिखाई देना, शरीर में दर्द होना, त्वचा में चकत्ते आना, छाती में दर्द, बुखार आना, सांस की तकलीफ होना, खून की उल्टी व मानसिक स्थिति में परिवर्तन आदि लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर आशीष गुप्ता की माने तो कोरोना के दुषप्रभाव के तौर पर अब ब्लैक फंगस नामक बीमारी सामने आ रही है। जरूरत आज इस बात की है कि आम जनता इस बीमारी के लक्षणों को आसानी से समझे और यदि किसी रोगी में वे लक्षण दिखाई देते हैं तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना है। इस बीमारी का इलाज संभव है।
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