सोहना अशोक गर्ग गर्मी का मौसम आने लगा बिजली उपभोक्ताओं को रुलाने लगी जिम्मेवारी निभा रहे रोहित खान से लोग परेशान होने लगे आपको बता दे की सोहना बिजली विभाग में लगभग 3 साल से जेई के पद पर कार्य कर
रहे रोहित खान के कार्यशैली पर लोगों ने समय पर तबादला करने की मांग कर चुके क्योंकि शहर की जिम्मेवारी एसडीओ बिजली विभाग द्वारा दी हुई है लेकिन जिम्मेवारी निभा रहे रोहित खान उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान कराने में पूरी तरह से विफल हो रहे हैं क्योंकि जब कहीं पर भी बिजली का फाल्ट हो जाता है और चारों तरफ बिजली गुल रहती है उस दौरान बिजली उपभोक्ता गर्मी के कारण परेशान व दुखी होने लगते हैं जब रोहित खान को उपभोक्ता फोन के माध्यम से संपर्क करते हैं तो उस दौरान उनका मोबाइल बंद होता है या चालू होता है तो संतुष्ट जवाब नहीं मिलता है कि बिजली कब आएगी या कब नहीं आएगी लोग बिजली होने पर गर्मी के कारण रात्रि के समय नींद ना आकर जागरण की तरह सोना पड़ता है उपभोक्ता को लाइट आने की पूरी जानकारी ना मिलने के कारण इंतजार करते रहते हैं कि कोई लाइट के बारे में बताएं कब आएगी या नहीं आएगी एक दूसरे से व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी लेते हैं लेकिन किसी को कोई मालूम नहीं होता है रोहित खान के कार्यशैली को लेकर उपभोक्ता पहले भी कई बार एसडीओ बिजली विभाग प्रतिनिधि करने वाले विधायक संजय सिंह से भी लोगों ने अन्य जेई को सोहना में लगाए जाने की मांग कर चुके हैं लेकिन 3 साल से एक ही स्टेशन पर रुके हुए जेई का तबादला एसडीओ विधायक आदि से कहने के बावजूद भी तबादला नहीं करा सके हैं उपभोक्ताओं का कहना कि ऐसा लगता है कि स्थानीय प्रशासन एक जेई का तबादला कराने में पूरी तरह से विफल हो चुकी है जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है उपभोक्ताओं ने 3 साल से एक ही स्टेशन पर रुके हुए रोहित खान को तबादला कराने के लिए एमडी हिसार एससी गुरुग्राम जिला उपायुक्त को लिखित रूप में शिकायत प्रेषित किए जाने की बात कही है जिससे सोहना के उपभोक्ताओं को बिजली की किल्लत से निजात मिल सके और समय पर लोगों को बिजली ना आने की और आने की विस्तार पूर्वक जानकारी हासिल हो सके ऐसा होने से लगता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी द्वारा जारी किए गए कर्मचारी अधिकारियों की उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान जल्द करें जिससे आम नागरिकों को सरकार के कार्य करने पर विश्वास बना रहे लेकिन सरकारी कर्मचारी अपनी मनमर्जी के कारण लोगों के काम कर रहे हैं लोग दुखी हैं करे तो करे क्या सुनने वाला कोई नहीं है कहने वाले तो बहुत है लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाता तो वह भी चुप होके घर ही बैठना अच्छा समझते हैं इसका फायदा सरकारी कार्यालय में कार्य कर रहे कर्मचारी अधिकारियों को मिल रहा है
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