एचटी लाइनों पर गिरे पेड़ तेज अंधड़ में बिजली आपूर्ति करने वाले तीन ट्रांसफार्मर नीचे गिरकर हुए क्षतिग्रस्त सोहना,(उमेश गुप्ता): क्षेत्र में बीती रात आई तेज आंधी ने भारी तबाही मचाई है। तेज अध
ड में बिजलीनिगम के विभिन्न स्थानों पर 15 से ज्यादा पोल टूटने तथा बिजली आपूर्ति बनाने वाली एचटी लाइनों पर पेड़ गिरने से लाइनें नीचे गिर जाने और स्थानीय विधायक संजय सिंह के कार्यालय के समीप तेज अंधड़ में बिजली आपूर्ति करने वाले तीन ट्रांसफार्मरों के नीचे गिरकर क्षतिग्रस्त हो जाने से बिजली व्यवस्था गड़बड़ा गई है तो लोगों के टीन-टप्पड़ उड़-उडक़र दूर जा गिरे। खेत-खलिहानों में बनाई कच्ची दीवारें ढह गई और जगह-जगह पेड़ टूटकर गिर गए। गांव गांगौली, बैंसी, छपेड़ा, किरा, छछेड़ा, कुर्थला, आलदोका में तो काफी लोगों के कच्चे मकानों में दरारे आ गई तो कई मकानों में टीन शैड उडक़र दूर जा गिरी और ईंट-गारे से बनाई गई कच्ची दीवारे ढह गई। ग्रामीणों ने बताया कि तेज आंधी से गांव में जगह-जगह पेड़ उखड़ गए है। बिजली के पोल गिर पड़े है। रात से बिजली गुल होने से पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है। पीना तो दूर मवेशियों तक के लिए पानी की समस्या बन गई है। तेज आंधी में भारी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों की माने तो चंद सैकेंडों की जगह आंधी के रूप में तूफान सा मचाया। उसने ऐसी तबाही मचाई कि भारी-भरकम विशालकाय पेड़ भी जमीन से उखड़ कर ऐसे गिर गए, जैसे कोई खिलौने गिर रहे हो। टीन शैड वाली लोहे की चादरें हवा में उड़ती ऐसे नजर आ रही थी, जैसे उडऩतस्तरी उड़ रही है। चादरे जमीन पर गिरते ही टुकडे-टुकड़े हो गई। गनीमत ये रही कि तेज अंधड़ में किसी जानी नुकसान की जानकारी नही है लेकिन तेज अंधड़ व बरसात में बिजली के तार टूटने से गुल हुई बिजली व पानी आपूर्ति तथा टोलिफोन सेवाएं अभी तक बहाल नहीं हो पाई है। बिजली के अभाव में सोहना शहरी क्षेत्र के साथ-साथ आसपास लगते गांवों के भीतर पेयजल आपूर्ति सेवा भी फेल हो गई है। गुल लाईट और ठप्प पड़ी पेयजल आपूर्ति जैसी आवश्यक सेवायें समाचार लिखे जाने तक भी बहाल नहीं हो पाई है। तेज अंधड़ में यहां पर बाजार के भीतर जगह-जगह टीन शेड उखडऩे, दुकानों के आगे लगे साईन बोर्ड और पेड़ आदि टूटने की जानकारी मिल रही है। तेज आंधी और मूसलाधार बरसात शुरू होने पर जहां जनजीवन प्रभावित हुआ, वही यातायात व्यवस्था लडख़ड़ा गई। बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। तेज अंधड के शुरू होते ही चारों ओर घुप अंधेरा छा गया। पेड़ों से डालियां और पत्ते टूटकर नीचे गिरने लगे और चारों और अंधेरा ही अंधेरा नजर आने लगा। तेज अंधड़ ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। यहां पड़ रही तेज गर्मी के बाद शाम होते ही मौसम ने अचानक करवट बदल ली और आसमान धूल का गुबार बना नजर आया। तेज आंधी और तूफान के आते ही रात को काला घुप अंधेरा छा गया। तेज हवा, आंधी, तूफान के चलते दुकानों के आगे लगे टीन शैड, तिरपाल आदि उड़-उडक़र दूर गिरने पर हो रही तेज आवाज से जहां व्यापारियों को नुकसान झेलना पड़ा, वही छोटे-छोटे बच्चे सकपका गए। तेज अंधड से किसान भी मायूस नजर आए। गांव लोहटकी में रहने वाले रोहताश खटाना, गांव नंगली में रहने वाले अजीत अधाना, गांव सिरसका में रहने वाले कर्मपाल बोकन, गांव दमदमा के रहने वाले सतबीर खटाना आदि किसानों ने बताया कि तेज अंधड़ व बरसात में भारी नुकसान माना जा रहा है। तेज अंधड में वाहन चालक अपने वाहनों को सडक़ों पर चलाने की बजाय सुरक्षित स्थानों पर रूककर तेज अंधड के रूकने का इंतजार करते नजर आए। लोगों की माने तो अंधड एक भयानक तस्वीर की तरह था। पूर्व नगरपार्षद ओमप्रकाश सैनी, मास्टर गंगादान डागर, किसान नेता दयाराम सैनी, विजय सिंह डागर, पूर्व जिलापार्षद रोहताश खटाना लोहटकी, नंबरदार तेजपाल सैनी, सोहनाढाणी गांव के नंबरदार जितेन्द्र सैनी, कृष्णपाल यादव समेत क्षेत्र के किसानों का कहना है कि सरकार को तेज अंधड में हुए नुकसान का आकलन कराकर भरपाई करनी चाहिए।
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