चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 19 मई, बुधवार को सुबह आई बरसात से बीजाई की गई फसलों को काफी लाभ होगा। इस बारिश के बाद खेतों की खाली पड़ी जमीन में हल से जुताई कर मिट्टी को ताजगी से भरपूर नवजीवन दिया जा सकत
है। देश में आए ताऊ-ते तूफान से बने चक्रवात के कारण आई बारिश का आम जनजीवन के साथ खेती पर भी सकारात्मक असर हुआ है। आज बुधवार को दादरी जिला में 16 एमएम तक बरसात दर्ज की गई है। इस बरसात से उन किसानों का फायदा हुआ है, जो कपास, मूंग, ढैंचा, गन्ना आदि की बीजाई कर चुके हैं। नहरी पानी ना मिलने से किसानों को परेशानियां आ रही थी, आज आई बरसात ने पूरी कर दी है। हालांकि कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अभी बाजरा, मूंग आदि की बीजाई शुरू नहीं हुई है और धरती को अभी और ताप मिलना चाहिए था। लेकिन बरसात से कुछ नुकसान नहीं हुआ है। जिस बरानी भूमि में अभी पानी गिरा है, वे तीन-चार दिन के बाद खेतों में मोल्ड बोर्ड प्लफ या आम भाषा में कहा जाए तो तोता हल चलाकर माटी को ताजगी प्रदान कर सकते हैं। इससे आने वाले समय में फसल बीजाई के दौरान पौध का विकास अच्छा रहेगा। इस बारिश से बागवानी व सब्जी की फसलों को अवश्य फायदा हुआ है। कृषि विशेषज्ञ राजेंद्र कौशिक ने कहा कि अभी दो-तीन और बारिश होने की संभावना है। उसके बाद किसान खेत की खाली जमीन पर जुताई के लिए एक बार हल चला दें और मिट्टी को खुला पड़ा रहने दें। इस क्रिया से धरती की मिट्टी से अपशिष्टï पदार्थ बाहर होंगे व ताजा हवा लगने से बीजाई की जाने वाली उपज में फायदा होगा। कृषि विभाग के उपमंडल अधिकारी दलबीर सिंह ने बताया कि दादरी जिला में करीब सवा लाख हैक्टेयर कृषि भूमि है। जिसमें से तीस हजार आठ सौ हैक्टेयर भूमि में कपास, साठ हजार हैक्टेयर भूमि में बाजरा, 15 हजार हैक्टेयर भूमि में ईख, दो हजार हैक्टेयर भूमि में मूंग की बुआई होने की संभावना है।
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