कोरोना से रिकवर होने के चार हफ्तों बाद ही वैक्सीन लगाएं, भारत सरकार ने दिया संदेश

Khoji NCR
2021-05-19 10:28:44

नई दिल्ली, । कोरोनावायरस की दूसरी लहर लोगों पर कहर बनकर बरसी है। लोग इस वायरस से बचाव के लिए घरों में कैद है बचाव के सारे उपाय भी अपना रहे हैं फिर भी अनदेखा और अनजाना यह वायरस धोखे से बॉडी में घुस

कर लोगों को बीमार बना रहा है। जो लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं उनपर इस बीमारी का इतना ज्यादा खौफ़ छा गया है कि वो दोबारा इस बीमारी से रूह-बा-रूह नहीं होना चाहते। कोरोना से रिकवर हुए मरीज़ जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाना चाहते हैं ताकि वो भविष्य में इस बीमारी से महफूज़ रह सकें। सवाल यह है कि कोरोना से रिकवर हुए मरीज़ रिकवर होने के कितने दिनों बाद वैक्सीन लगवा सकते हैं। प्रेस इंफोर्मेशन ब्योरो ने भारत सरकार का हवाला देते हुए कोरोना से रिकवर हुए मरीज़ों को ट्वीट के माध्यम से संदेश दिया है कि कोरोना से रिकवर हुए मरीज़ रिकवरी के तकरीबन 4 हफ्तों के बाद वैक्सीन लगवा सकते हैं। WHO और सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक कब लगवाएं टीका: अमेरिका के सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की सिफारिश है, कि ठीक होने के फौरन बाद, व्यक्ति को टीका लगवा लेना चाहिए, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) कहता है, कि व्यक्ति को छह महीने तक इंतज़ार करना चाहिए, क्योंकि इंसानी शरीर के अंदर, क़ुदरती एंटीबॉडीज़ तब तक बनी रहती हैं। भारत में ज़्यादातर डॉक्टर ठीक होने और टीका लगवाने के बीच, मनमाने अंतराल की सिफारिश करते हैं, जो आमतौर पर एक से तीन महीने के बीच होती है। चार हफ्तों बाद ही वैक्सीन क्यों लगाएं? कोरोना से रिकवर होने के चार हफ्तों बाद वैक्सीन लगाने से इम्यून रेस्पॉन्स बेहतर होगा। माना जाता है कि कोविड होने के बाद बॉडी में एंटीबॉडी बनती है जो 4-6 हफ्तों तक बॉडी में मौजूद रह सकती है। रिकवरी के बाद शरीर में अभी भी संक्रमण की प्रतिक्रिया चल रही होगी, इसलिए ऐसे समय में टीका लगवाना, वैक्सीन की बरबादी होगा। रिकवर होने के बाद बॉडी में क़ुदरती इम्यूनिटी बनने दी जाए, इसके बाद ही इम्यून रेस्पॉन्स को और अधिक बढ़ाने के लिए टीका लगवाना चाहिए।

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