सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे यूथ इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहताश बेदी ने केन्द्र सरकार द्वारा पीएम केयर्स फंड से विभिन्न राज्यों में उपलब्ध कराए
गए वेंटीलेटर में से 60 प्रतिशत से ज्यादा वेंटीलेटर खराब होने वाले मामले में इस पूरे प्रकरण की सर्वोच्च न्यायालय के किसी मौजूदा जज से जांच कराए जाने की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आए। उन्होने कहा कि आज भ्रष्टाचार का आलम ये है कि कोरोनाकाल में भी भ्रष्टाचार पर रोक नही लग पा रही है। जिसका जीता-जागता उदाहरण पीएम केयर्स फंड से विभिन्न राज्यों में उपलब्ध कराए गए वेंटीलेटर में से 60 प्रतिशत से ज्यादा वेंटीलेटर खराब होने के खुलासे से सामने आया है जबकि वेंटीलेटर लोगों की जान बचाने के लिए जीवनरक्षक के रूप में जरूरी होता है लेकिन वेंटीलेटरों के खराब होने से जरूरतमंद लोगों की जान पर बन आई है तो ना जाने कितने लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। सोहना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे यूथ इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहताश बेदी का कहना है कि जिस चालाकी से भ्रष्टाचार को अंजाम देकर जनता की खून-पसीने की कमाई के पैसे को जिन अधिकारियों ने डकारना चाहा है, उसकी सर्वोच्च न्यायालय के किसी मौजूदा जज अथवा सीबीआई से जांच करानी चाहिए। उन्होने कहा कि झज्जर जिले बाढ़सा में बने एम्स में जितने भी कोरोना के मरीज है, वे सभी एम्स दिल्ली से रैफर किए जाते है और अधिकतर मरीज हरियाणा के बाहर के होते है जबकि जमीन व ऑक्सीजन हरियाणा सरकार देती है तो फिर हरियाणा के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं से क्यो वंचित रखा जा रहा है? सोहना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे यूथ इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहताश बेदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की बजाय प्रदेश सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है। सोहना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे यूथ इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहताश बेदी ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सरकार को अभी से तैयारियों में जुट जाना चाहिए। सोहना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे यूथ इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहताश बेदी ने कहा कि मनेठी में बनने वाले एम्स को सरकार को तुरंत प्रभाव से शुरू करवाना चाहिए। जल्द से जल्द पीएम केयर्स फंड से पैसा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लेकर मनेठी एम्स का कार्य शुरू करवाना चाहिए ताकि जिस प्रकार कोरोना की दूसरी लहर में रेवाड़ी में बेकसूरों की जानें गई है, उनको आगे रोका जा सके। उन्होने कहा कि गांवों में कोरोना घर-घर दस्तक दे रहा है। सरकार संक्रमितों व मृतकों के आंकड़े छुपाकर झूठे दावों के पुलिंदे बांध रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पतालों व स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है। पीएचसी में पर्याप्त संसाधन नही है। डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों की भारी कमी है। जिसके चलते मरीज के परिजनों को खुद ही मरीजों की देखभाल करनी पड़ रही है। इसलिए सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द से जल्द टीम गठित करके सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्र में टैस्टिंग बढ़ानी चाहिए। पीएचसी में पर्याप्त संसाधन व खाली पदों को भरना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले एक साल में कोई सीख नही ली और एक साल बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य सेवाओं में हम जहां थे, आज भी वही पर है। अस्पतालों में वेंटीलेटर की भारी कमी है। अस्पतालों में ऑक्सीजन समय पर नही मिल पा रही है।
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