। ईद के त्योहार और सलमान ख़ान की फ़िल्मों की रिलीज़ के बीच एक ख़ास रिश्ता रहा है। ईद के हर्षोल्लास के बीच सलमान की फ़िल्म रिलीज़ होने का मतलब होता था, बॉक्स ऑफ़िस पर चांदी ही चांदी। एक-दो अपवादो
ं को छोड़कर, जब दर्शकों ने सलमान को मनमाफ़िक ईदी नहीं दी, मगर इससे सलमान का हौसला कम नहीं हुआ और वो लगातार ईद पर आने का कमिटमेंट निभाते रहे। इसी क्रम में 'राधे- योर मोस्ट वॉन्टेड भाई' पिछले साल ईद पर रिलीज़ होने वाली थी, मगर कोरोना वायरस महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन में सिनेमाघर बंद रहे और 'राधे' की रिलीज़ स्थगित करनी पड़ी। 2021 के फरवरी महीने में जब हालात ठीक होने की उम्मीद जगी तो सलमान ने फ़िल्म को ईद पर ही 13 मई को रिलीज़ करने का एलान कर दिया, मगर अप्रैल आते-आते हालात ऐसे हो गये कि एक बार फिर रिलीज़ टलने की नौबत आ गयी। पूरा किया ईद पर आने का कमिटमेंट मगर... सलमान इस बार कमिटमेंट नहीं तोड़ना चाहते थे और आख़िरकर 'राधे' को सिनेमाघरों के साथ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उतारने का फ़ैसला किया गया। हालांकि, देश में कोरोना पैनडेमिक की भयावहता को देखते हुए सिनेमाघरों में फ़िल्म की रिलीज़ को 'टोकन रिलीज़' ही कहा जाएगा, क्योंकि बहुत कम राज्यों में सिनेमाघर खुले हुए हैं। सलमान भी इस बात को जानते हैं, इसीलिए पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने पहले ही स्वीकार कर लिया कि राधे के बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शंस तकरीबन ज़ीरो होंगे। हालांकि, ओवरसीज़ के सिनेमाघरों में फ़िल्म रिलीज़ हो रही है, मगर उतनी स्क्रींस पर नहीं, जितनी पर सलमान ख़ान की फ़िल्में होती रही हैं। सलमान ने इसके लिए सिनेमाघर मालिक़ों से माफ़ी भी मांगी। ख़बर यह भी आयी कि सलमान पैनडेमिक गुज़र जाने के बाद 'राधे' को थिएटर्स में फिर रिलीज़ करेंगे, ताकि थिएटर बिज़नेस को सपोर्ट मिल सके। मगर, यह फ़िलहाल दूर की कौड़ी है, क्योंकि हालात कब तक सामान्य होंगे, कुछ नहीं कहा जा सकता और तब तक दर्शकों का एक बड़ा वर्ग फ़िल्म को डिजिटल माध्यमों पर देख चुका होगा। बहरहाल, 'राधे' की रिलीज़ के मॉडल को देखते हुए इसके बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शंस को लेकर तो बात नहीं की जा सकती, मगर पिछले 11 सालों में ईद पर सलमान की फ़िल्मों के बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शंस पर ज़रूर चर्चा हो सकती है, जिसकी वजह से वितरकों से लेकर सिनेमाघर मालिकों तक को सलमान की फ़िल्मों का इंतज़ार रहता है। ऐसे हुआ सलमान ख़ान और ईद का जुड़ाव सलमान ख़ान की फ़िल्में हमेशा से ईद पर रिलीज़ नहीं होती थीं। हालांकि, देश के आंचलिक इलाक़ों में सलमान की लोकप्रियता को देखते हुए ईद पर उनकी कुछ पुरानी फ़िल्मों (मिसाल के तौर पर सनम बेवफ़ा) को गांव-क़स्बों के सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों में रिलीज़ करने का रिवाज़ ज़रूर रहा था। ईद के साथ सलमान की मौजूदा सफल पारी कनेक्शन पहली बार 2009 की फ़िल्म वांटेड से हुआ था, जो एक संयोग था। दरअसल, वॉन्टेड ईद पर रिलीज़ के लिए निर्धारित नहीं थी। प्रोडक्शन में देरी होने की वजह से 'वांटेड' को ईद के मौक़े पर रिलीज़ किया गया था। 2009 में ईद का त्योहार 20 सितम्बर को मनाया गया था, जबकि वांटेड 18 सितम्बर को रिलीज़ हुई थी। फ़िल्म ने 60 करोड़ जमा किये थे और उस दौरान ज़बर्दस्त हिट रही थी। प्रभुदेवा निर्देशित फ़िल्म को बोनी कपूर ने वांटेड को प्रोड्यूस किया था। वांटेड ने सलमान के नीचे गिरते करियर में जान फूंक दी थी। 'वांटेड' से पहले सलमान की 'गॉड तुसी ग्रेट हो', 'हीरोज़' और 'युवराज' फ्लॉप रही थीं। लगातार असफलताओं से जूझ रहे सलमान को नये स्टारडम की तरफ़ जाने का रास्ता मिल गया था। इसके साथ ही ईद और सलमान की फ़िल्मों का जुड़ाव स्थायी हो गया। वांटेड की सफलता के बाद निर्माताओं को भी यह लगने लगा कि अगर वो सलमान के साथ अपनी फ़िल्म ईद पर रिलीज़ करेंगे तो सफलता की गारंटी होगी। इस विश्वास को सलमान ने 2016 तक बनाये रखा। सलमान जब-जब ईद पर आये, बॉक्स ऑफ़िस पर रिकॉर्ड बने। 2010 में सलमान ख़ान 'दबंग' इंस्पेक्टर चुलबुल पांडे बनकर हिंदी सिनेमा के पर्दे पर नज़र आये। फ़ैंस ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया और अभिनव कश्यप को 140 करोड़ का डायरेक्टोरियल डेब्यू मिला। सलमान ने फ़िल्म में रॉबिनहुड टाइप का किरदार निभाया। 2011 की ईद पर सलमान की 'बॉडीगार्ड' रिलीज़ हुई। इस फ़िल्म को साउथ सिनेमा के डायरेक्टर सिद्दीक़ ने डायरेक्ट किया था। करीना कपूर फ़िल्म की लीडिंग लेडी थीं। फ़िल्म ने 149 करोड़ घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर जमा किये। 2012 की ईद पर सलमान पहली बार इंटेलीजेंस एजेंट टाइगर बनकर पर्दे पर आये। कबीर ख़ान डायरेक्टेड फ़िल्म में कटरीना कैफ़ उनकी लीडिंग लेडी थीं। 'एक था टाइगर' के ज़रिए सलमान के फैंस ने 199 करोड़ की ईदी दी। 2014 में प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला ने अपने करियर को ज़ोरदार 'किक' दी और डायरेक्टर बन गए। भाई का ये अंदाज़ भी फ़ैंस को ख़ूब पसंद आया और 232 करोड़ 'किक' को मिले। 2015 की ईद पर सलमान 'बजरंगी भाईजान' बने। इस फ़िल्म को कबीर ख़ान ने ही डायरेक्ट किया था। सलमान का ये बजरंगी वाला अंदाज़ भी फ़ैंस को पसंद आया और भाईजान 321 करोड़ लेकर घर गए। 2016 में सलमान ख़ान की फ़िल्म 'सुल्तान' रिलीज़ हुई। अली अब्बास ज़फ़र डायरेक्टेड फ़िल्म में सलमान पहलवान बने। फ़िल्म ने 300 करोड़ से ज़्यादा कलेक्शन घरेलू बॉक्स ऑफ़िस पर किया। अनुष्का शर्मा फ़िल्म में पहली बार सलमान के अपोज़िट नज़र आयी थीं। 2019 में 5 जून को ईद के मौक़े पर भारत आयी, जिसने लगभग 42 करोड़ की शानदार ओपनिंग ली और लगभग 209 करोड़ का लाइफ़ टाइम कलेक्शन किया था। दर्शकों ने जब नहीं दी मनमाफ़िक ईदी 2017 में ईद पर 23 जून को सलमान की फ़िल्म 'ट्यूबलाइट' रिलीज़ हुई थी। 'ट्यूबलाइट' को वो रिस्पांस नहीं मिला, जिसकी सलमान की फ़िल्मों से उम्मीद रहती है। फिर भी 'ट्यूबलाइट' ने 121 करोड़ के आस-पास जमा कर लिये। ट्रेड ने इस कलेक्शन को औसत कहा, मगर सलमान बार-बार 'ट्यूबलाइट' को सक्सेसफुल कहते रहे हैं। 2018 में 15 जून को ईद के मौक़े पर 'रेस 3' रिलीज़ हुई थी। पहले दिन सलमान के चाहने वालों ने उन्हें निराश भी नहीं किया। फ़िल्म को 29.17 करोड़ की शानदार ओपनिंग मिली थी, जो 2018 की सबसे बड़ी ओपनिंग में शामिल हुई। वहीं, ओपनिंग वीकेंड में 100 करोड़ का अहम पड़ाव पार कर लिया, मगर इसके बाद फ़िल्म गिरती चली गयी और 169 करोड़ का लाइफ़ टाइम कलेक्शन ही कर सकी। बजट और ख़र्च के हिसाब-किताब के बाद ट्रेड ने इसे औसत माना।
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