डायबिटीज में बेहद फायदेमंद है दालचीनी, लेकिन इन ख़तरों से रहें सावधान!

Khoji NCR
2021-05-12 08:54:45

नई दिल्ली, । Diabetes & Cinnamon: कोरोना वायरस महामारी से पहले डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी थी जिसकी चपेट में लोग तेज़ी से आ रहे थे। हालांकि, ये बीमारी अब भी लोगों को अपना शिकार बना रही है। ये एक ऐसी बीमारी है, जि

से दुनियाभर में सबसे ज़्यादा लोग पीड़ित हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें, तो ये बीमारी अभी और बढ़ेगी। इसलिए इस पर सबसे ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है। इसे डाइट और लाइफस्टाइल में बदलावों के साथ कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन इससे छुटकारा नहीं मिल सकता। डायबिटीज़ को स्लो किलर भी कहा जाता है, वो इसलिए क्योंकि ये बीमारी धीरे-धीरे शरीर के दूसरे अंगों को प्रभावित करना शुरू कर देती है। डायबिटीज़ के मरीज़ों को ब्लड शुगर स्तर बनाए रखने के लिए दवाएं और इंसुलिन की मदद लेनी पड़ती है। इसके अलावा डाइट की मदद से भी इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है। खासतौर पर अगर डाइट में दालचीनी का इस्तेमाल किया जाए। दालचीनी और डायबिटीज़ दालचीनी एक ऐसा मसाला है, जो आमतौर पर हर भारतीय किचन में मिल जाती है। दालचीनी खाने को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। खासतौर पर इसमें मौजूद कई औषधीय गुण टाइप-2 डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसीलिए डायबिटीज़ और दालचीनी में खास रिश्ता माना जाता है। डायबिटीज़ रोगी को ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन कम हो जाता है, तो शुगर अनियंत्रित हो जाती है। ऐसे में दालचीनी इंसुलिन प्रतिरोध को कम करके समस्या से छुटकारा दिलाती है। ​दालचीनी के फायदे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर: एंटीऑक्सीडेंट्स इंसानी शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। ये शरीर के साथ त्वचा और बालों के लिए लाभदायक साबित होते हैं। एंटी-इंफ्लामेट्री गुण: दालचीनी में सूजन रोधी गुण होते हैं, जो हाइपरटेंशन, दिल की बीमारी और स्ट्रोक के ख़तरे को कम कर सकते हैं। दालचीनी जैसे अद्भुत मसाले के फायदे अनेक हैं, लेकिन एक रिसर्च में पाया गया कि इसका ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए ख़तरा भी पैदा कर सकता है। दालचीनी के अनियंत्रित सेवन से कैंसर और दिल की बीमारियों का ख़तरा बढ़ सकता है। इससे मुंह के छाले, लो ब्लड ग्लूकोज़ और सांस की समस्याएं भी जन्म ले सकती हैं। Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। अपनी डाइट में दालचीनी को शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर या डाइट एक्सपर्ट से ज़रूर बात करें। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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