-भेड़-बकरियों की तरह सवारी भरकर तेज रफ्तार में बेलगाम दौड़ रहे वाहन ले रहे लोगों की जान सोहना,(उमेश गुप्ता): सोहना शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में बेलगाम दौडऩे वाले सवारी वाहनों में क्षमता से कई-कई
गुणा ज्यादा सवारियों को बैठाकर ना केवल कोविड-19 से बचाव के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे है। इन वाहनों और कैबों में सवारी करने वाले लोग ना तो फेसमास्क लगा रहे है, ना ही सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रख रहे है। ना ही कैब अथवा सवारियों को सैनेटाइज किया जा रहा है और पूरा-पूरा दिन अवैध रूप से चल रही इन कैबों में सवारियों को भेड़-बकरियों की तरह भरकर टैक्स चोरी करते हुए इन सवारी वाहनों को सडक़ों पर बेरोकटोक दौड़ाया जा रहा है। दैनिक यात्रियों की माने तो इन वाहनों पर कम उम्र के नौसिखिया वाहन चालक है। जिन पर ना तो ड्राईविंग लाइसेंस होता है। ऊपर से यातायात नियमों की अवहेलना करना और वाहनों को तेज गति में दौड़ाना और यातायात नियमों को ठेंगा दिखाना इन वाहन चालकों की आदतों में शुमार है। यातायात पुलिस भी ऐसे वाहनों पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रही है। लोगों में चर्चाएं है कि निर्धारित से कई-कई गुणा ज्यादा सवारियों को वाहनों में बैठाकर तेज रफ्तार में वाहनों को दौड़ाने वाले वाहन चालक इन वाहनों को यातायात पुलिस के रहमोकरम पर ही बेरोकटोक चला रहे है क्योकि यह वाहन चालक यातायात पुलिस के लिए कमाऊ पूत से कम नही है। इसलिए यातायात पुलिस ऐसे वाहनों को सडक़ों पर दौडऩे से रोकने की बजाय अनदेखी बरत जाती है। जिसका खामियाजा हादसा होने पर किसी को अपने हाथ-पैर तुड़वाकर तो किसी को अपनी जान देकर भुगतना पड़ जाता है। किसी भी हादसे के होने पर एक-2 दिन की सख्ती के बाद वही पुराना ढर्रा दोबारा से चलने लगता है। क्षेत्र के जागरूक लोगों का कहना है कि सोहना में यातायात पुलिस तेज रफ्तार में बेलगाम दौड़ रहे ओवरलोड व सवारी वाहनों पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रही है। सोहना बाईपास पर यातायात पुलिस की नाक के नीचे अपने वाहनों में सवारियों को भेड़-बकरियों की तरह ठूंस-ठूंसकर वाहन चालक वाहनों को तेज गति में दौड़ाने से बाज नही आ रहे है लेकिन यातायात पुलिस जान-बूझकर इस तरफ से पूरी तरह आंखें मूंदे हुए है। यातायात पुलिस की नाक के नीचे डंपर, हाईवा और ऑटो चालक ट्रैफिक नियमों की खुली उल्लंघना कर रहे है। ना तो इन्हे यातायात नियमों का पूरा ज्ञान है। जहां मन करे, वही ऑटो रोककर खड़े हो जाते है तो जहा मन करे, वही ऑटो को मोड देते है। कम उम्र के नौसिखिए भी तेज गति में ऑटो दौड़ाते नजर आते है। जिनके पास कम उम्र होने के कारण ड्राईविंग लाइसेंस और पूरे कागजात व प्रदूषण प्रमाणपत्र और ऑटो बीमा भी नही होता है। ऑटो पर आगे-पीछे नंबर मिटे होने से हादसा होने पर समय से ऑटो चालक की पहचान भी नही हो पाती है। देखने वाली बात ये है कि सोहना में ओवरलोड और तेज रफ्तार में दौडऩे वाले वाहनों पर यातायात पुलिस लगाम लगाने में विफल साबित हो रही है। जिससे आए
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