सोहना,(उमेश गुप्ता): यहां पर गांव कादरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 100 बैड का अस्थाई अस्पताल बनाए जाने का निर्णय लिया है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने
यहां पर गांव कादरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में अस्पताल बनाए जाने के लिए बताई गई जगह का मौका-मुआयना किया और भरोसा दिया कि अस्पताल के लिए जगह पूरी तरह उपयुक्त है। यहां पर जल्द ही अस्थाई रूप में अस्पताल बनवाने को तरजीह दी जाएगी। साथ ही उन्होने यह भी बताया कि यहां पर गांव कादरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 100 बैड का अस्थाई अस्पताल में सीआरपीएफ के जवानों और उनके परिजनों को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर आईसोलेशन में रखा जाएगा। सीआरपीएफ के डाक्टर ही यहां भर्ती किए गए मरीजों की देखभाल करेंगे और उन्हे समय-समय पर सभी जरूरी चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध कराएंगे। अच्छी बात ये है कि यहां पर गांव कादरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 100 बैड का अस्थाई अस्पताल में आसपास गांवों जैसे कादरपुर, नयागांव, रिठौज, सहजावास, बहल्पा, भौंड़सी, घामडोज, उल्लावास के लोगों को भी जरूरत के वक्त समय पर कोविड इलाज सुविधा मुहैया कराई जाएगी और आसपास ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को कोरोना पॉजीटिव पाए जाने पर इस अस्पताल में भर्ती कर उनका अच्छे से उपचार भी किया जा सकेगा। सीआरपीएफ कैंप में अस्थाई 100 बैड वाला अस्पताल बनाए जाने के लिए निरीक्षण करने आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि कोरोना संक्रमित मरीजों को यहां तक लाने-ले जाने, उनके रूकने, भोजन, अल्पाहार और ऑक्सीजन उपलब्ध होने तक वाली तमाम सुविधाओं को कैसे उपलब्ध कराया जाएगा। सिविल सर्जन डाक्टर विरेन्द्र यादव की माने तो घंघौला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के एसएमओ डाक्टर विकास स्वामी की अगुवाई वाली विभागीय टीम ने गांव कादरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 100 बैड का अस्थाई अस्पताल बनाए जाने के लिए सीआरपीएफ कैंप का निरीक्षण किया है। उनका प्रयास है कि जल्द ही अस्थाई अस्पताल को चालू किया जाए ताकि सीआरपीएफ कैंप में रह जवानों, उनके परिजनों और आसपास के लोगों को बेहतर इलाज और कोरोनाकाल में सभी जरूरी चिकित्सा सेवाएं समय पर उपलब्ध हो सके। उन्होने बताया कि अब जिले भर में कोविड का इलाज करने वाले अस्पतालों की संख्या बढक़र 71 हो गई है जबकि इससे पहले 43 अस्पताल ही स्वास्थ्य विभाग की सूची में शामिल रहे, जहां कोरोना संक्रमितों का इलाज चल रहा था। सिविल सर्जन डाक्टर विरेन्द्र यादव की माने तो अब स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक अस्पताल की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है, जिसमें हर अस्पताल में बैड की संख्या, आईसीयू, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन युक्त बैड की संख्या और उसमें भी खाली अथवा भरे होने संबंधी डाटा शामिल है ताकि यह सभी जानकारी प्रतिदिन नियमित रूप से कोविड जीजीएन पोर्टल पर लोगों को घर बैठे आसानी से मिल सके।
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